
Ranchi: रांची पुलिस ने एक सप्ताह के अंदर चर्चित नरेंद्र सिंह होरा हत्याकांड का खुलासा कर लिया है. सीआईडी, एटीएस व एसटीएफ टीम की मदद से रांची पुलिस ने 9 आरोपियों को गिरफ्तार किया है. पुलिस का कहना है कि इन आरोपियों के पास से हत्याकांड में इस्तेमाल पिस्टल, लूटे गये पैसे, मोटरसाइकिल, स्कूटी सहित गोली बरामद हुए हैं. हत्याकांड में कुल 12 अपराधियों ने घटना की साजिश रची थी. जिसमें से 9 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है, वहीं बाकी तीन संदिग्ध फरार हैं.
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ऐसे दिया हत्याकांड को अंजाम
रांची के एसएसपी अनीश गुप्ता जानकारी देते हुए बताया कि घटना का मास्टरमाइंड पलामू का रहने वाला छोटू हुसैन है. साथ ही गिरफ्तार 9 आरोपियों में से 8 डोरंडा के रहने वाले हैं. इस घटना का षड्यंत्र रचने में कुल 12 लोग शामिल थे. इनमें से 9 लोगों को गिरफ्तार कर लिया और बाकी के तीन लोग अभी भी फरार हैं. हत्याकांड का मुख्य मास्टरमाइंड छोटू हुसैन अपर बाजार के व्यवसायियों की रेकी का काम करता था. इसके लिए अपर बाजार में उसने नियमित वेतन पर दो लोगों को रखा था. ये दोनों अपर बाजार के मालदार व्यापारियों की गतिविधियों की सूचना देते थे. वह गैंग को सूचना देते थे कि कौन व्यापारी कितना पैसा लेकर कहां जाता है.
छोटू हुसैन के द्वारा रखे गये इन्हीं दोनों युवकों ने रेकी कर सूचना दी थी कि नरेंद्र सिंह होरा मोटी रकम लेकर हर दिन घर जाते हैं. घटना के एक सप्ताह पहले से अपराधियों ने नरेंद्र सिंह होरा की रेकी शुरू की थी. 3 अक्टूबर को रेकी पूरी कर ली गयी थी. उसके बाद उन्होंने हत्या की वारदात को अंजाम देने के लिए 5 अक्टूबर का दिन तय किया.
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हत्याकांड के दिन अपर बाजार से घटनास्थल तक कई लोग रास्ते में नरेंद्र सिंह होरा की गतिविधि पर नजर बनाये हुए थे और आगे मौजूद अपने लोगों को सूचना दे रहे थे. जैसे ही नरेंद्र सिंह होरा रोज की तरह रोस्पा टावर की गली के पास पहुंचे. वहां पहले से मौजूद बबन और छोटू ने उन्हें घेर लिया. स्कूटी की डिक्की में रखे पैसे छीनने के लिए हाथापायी हुई. स्कूटी छीनने के क्रम में झड़प हुई और गोली चल गयी, जिससे नरेंद्र सिंह होरा की मौत हो गयी. अपराधी स्कूटी लेकर मैदान की तरफ भागे और पैसे निकालने के बाद उसे छोड़ दिया.
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गुप्त सूचना के आधार पर हुई गिरफ्तारी
रांची एसएसपी अनीश गुप्ता को गुप्त सूचना मिली की डोरंडा के नीम चौक के पास कुछ अपराधी इकट्ठा होकर फिर से कोई घटना को अंजाम देने की योजना बना रहे हैं. सूचना मिलते ही एसएसपी ने एक टीम बनायी और वहां छापा मारा. पुलिस को देख अपराधी भागने लगे. लेकिन, पुलिस के हाथ बबन खान, छोटू, राशिद, मेहंदी और आसिफ लग गये. फिर इन्हीं की निशानदेही पर बाद में अन्य चार लोगों को गिरफ़्तार कर लिया गया.
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आरोपियों के बीच पैसों के बंटवारे को लेकर विवाद
मिली जानकारी के अनुसार नरेंद्र सिंह होरा से लूटे हुए 5 लाख रुपये के बंटवारे को लेकर सभी आरोपियों के बीच विवाद हो गया था. रुपये के बंटवारे के विवाद के कारण इस घटना के बारे में इन लोगों के शामिल होने की जानकारी कुछ और लोगों को मिल गयी. उसके बाद इन सभी आरोपियों के द्वारा कुछ लोगों को रुपये देकर मैनेज किया गया.
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आरोपियों के पास से बरामद हथियार
आरोपियों के पास से 4 पिस्टल,12 जिन्दा गोली, 1 पल्सर, 1 स्कूटी, 19 हज़ार नकद और 8 मोबाइल बरामद किया गया है.
गिरफ्तार आरोपियों के नाम और पता
- बबन खान: बेलदार मोहल्ला, डोरंडा
- छोटू हुसैन: पांकी, पलामू
- मेहंदी हसन: हाथीखाना, डोरंडा
- आसिफ: आलम पोखरा, टोली डोरंडा
- सज्जाद आलम: रिसलदार, नगर डोरंडा
- राजा आदिल: पोखरा, टोली डोरंडा
- बिरसा कच्छप: बड़ा घाघरा, डोरंडा
- शिव रजक: डोरंडा
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छापेमारी दल में शामिल पुलिसकर्मी और अधिकारी
- प्राण रंजन, सिटी डीएसपी
- भोला प्रसाद सिंह, पुलिस उपाधीक्षक एसटीएफ
- अजीत कुमार विमल, कोतवाली डीएसपी
- सुमन कुमार सिन्हा, लोअर बाजार थाना प्रभारी
- रमेश कुमार सिंह, डोरंडा थाना प्रभारी
- रतिभान सिंह, अरगोड़ा थाना प्रभारी
- अजय केसरी, बरियातू थाना प्रभारी
- रमोद कुमार सिंह, लालपुर थाना प्रभारी
- श्यामानंद मंडल, कोतवाली थाना प्रभारी
- तारिक अनवर, तुपुदाना प्रभारी
दिलीप कुमार, शाह फैसल, क्यूआरटी टीम के सुरेंद्र नाग, रंजीत, सीता राम उरांव, तकनीकी शाखा के नवीन कुमार सिंह, प्रमोद बाखला, रितेश कुमार पाठक सहित अन्य पुलिसकर्मी छापेमारी दल में शामिल थे.