
Palamu : झारखंड के पूर्व विधानसभा अध्यक्ष इंदर सिंह नामधारी ने मंगलवार को राष्ट्रीय जनता दल के अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव से मुलाकात कर उनके स्वास्थ्य की जानकारी प्राप्त की. बता दें कि लालू प्रसाद यादव सोमवार को ही बिहार से मेदिननगर पहुंचे हैं. यहां वह पलामू की अदालत में उनके खिलाफ चल रहे आदर्श आचार संहिता उल्लंघन के मामले में 8 जून को हाजिर होंगे. यह मामला चुनाव प्रचार के दौरान सभास्थल पर बिना इजाजत के हेलिकॉप्टर उतारने से जुड़ा है. इस मामले में कोर्ट ने लालू को हाजिर होने के लिए आखिरी नोटिस दिया था.
नामधारी ने लालू से भेंट करने के बाद संवाददाताओं को बताया कि लालू यादव की इच्छा शक्ति बहुत मजबूत है और यही आत्मबल उनके स्वास्थ्य को ताकत देता है. उन्होंने बताया कि चर्चा में मौजूदा दौर की राजनीति पर बातचीत हुई, जिसमें ‘हिन्दू-मुस्लिम’ को सियासत के औजार बना दिए जाने पर हम दोनों ने चिंता प्रकट की.
एक प्रश्न के उत्तर में नामधारी ने बताया कि वह खुद राजनीति से सन्यास ले चुके हैं, इसलिए हम दोनों के बीच सामाजिक एवं विकासात्मक मुद्दे पर ही विचारों के आदान-प्रदान हुए. नामधारी ने बताया कि हर मस्जिद में शिव की तलाश करना और पैगम्बर मोहम्मद साहब के बारे में आपत्ति जनक बोला जाना, इस महान देश के परम्परा में नहीं है. इससे बचा जाना चाहिए.


पूर्व विधानसभाध्यक्ष ने बताया कि लालू जी उम्र के उस पङाव में है, जहां हम दोनों का साम्य है. मैं स्वयं उनके मंत्रिमंडल के एक सदस्य के रुप में काम कर चुका हूं, स्वाभाविक है कि, जब वह हमारे गृह नगर आए तो, शिष्टाचार वश भेंट करना मेरा कर्तव्य है.




चारा घोटाले की चर्चा करते हुए नामधारी ने बताया कि झारखंड बिहार से निकला एक प्रांत है, सो बिहार के नेता, जैसे लालू जी और दिवगंत पूर्व मुख्यमंत्री जगन्नाथ मिश्रा सजायाफ्ता होकर यही के कारागार में बंद होते थे, वह उन्हें आध्यात्मिक पुस्तक देने जेल जाते थे, विशेष कर मिश्रा जी को, वह भी मेरे लिए सम्मानित एक नेता थे.
नामधारी ने सरसंघचालक मोहन भागवत के बयान के हवाले से बताया कि शिवलिंग के बहाने जो तमाशा हो रहा है, वह देश हित में नहीं है. इस बात को मेरा उन्हें समर्थन है.
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