
Ranchi: पथ निर्माण विभाग में कार्यपालक अभियंता घनश्याम अग्रवाल 10 जुलाई के बाद से एक बार फिर टाउन प्लानर हैं. वह रांची आरआरडीए के टाउन प्लानर हैं. नगर विकास विभाग ने उन्हें इस पद पर पदस्थापित किया है.
न्यूज विंग को नगर विकास विभाग का ही एक आदेश मिला है, जो बताता है कि घनश्याम अग्रवाल को टाउन प्लानर के पद पर पदस्थापित करने के लिये विभाग ने अपने बनाये नियमों की ही परवाह नहीं की.



ऐसे में सवाल उठ रहा है कि क्या घनश्याम अग्रवाल को आरआरडीए का टाउन प्लानर बनाने को लेकर विभाग और इसके मंत्री किसी तरह के दवाब में थे. नियमों से अनजान हैं या जानबूझ कर अनजान बन गये.




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जानकारी के मुताबिक, 27 सितंबर 2018 को नगर विकास एवं आवास विभाग के सचिव अजय कुमार सिंह ने एक आदेश निकाला है. जिसका नंबर 4789, दिनांक 27.09.18 है.
इस आदेश के तहत सरकार ने रांची नगर निगम समेत 43 नगर निकायों के लिये सृजित पदों का जिक्र करते हुए उसके वेतनमान, ग्रेड पे, सर्विस कैडर आदि का जिक्र किया है. बताया गया है कि किस पद के लिए किस योग्यता प्राप्त या किस सर्विस के व्यक्ति की पोस्टिंग की जानी है.

इस आदेश के मुताबिक, विभाग में टाउन प्लानिंग संवर्ग 6 पद मुख्य नगर निवेशक, नगर निवेशक (टाउन प्लानर), साहचर्य (सहायक) नगर निवेशक, कार्यपालक नगर निवेशक, सहायक नगर निवेशक, सीएंडडी-डीआईएस ऑपरेटर हैं.
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जब आदेश जारी हुआ अजय कुमार ही थे सचिव
27 सितंबर 2018 को जारी आदेश में स्पष्ट है कि टाउन प्लानर के पद पर पदस्थापित होने वाला व्यक्ति टाउन प्लानिंग संवर्ग के तहत काम करेगा. और वह टाउन प्लानिंग सर्विस के हैं.
यहां उल्लेख करने वाली बात यह है कि जिस वक्त आदेश जारी किया गया, उस वक्त भी अजय कुमार सिंह ही विभाग के सचिव थे और आज भी वही अजय कुमार सिंह सचिव हैं. जब घनश्याम अग्रवाल को टाउन प्लानर बनाने का आदेश निकला है.
घनश्याम अग्रवाल पथ निर्माण विभाग के अभियंता हैं ना कि टाउन प्लानिंग सर्विस के. उन्होंने टाउन प्लानिंग की कभी पढ़ाई भी नहीं की है. अगर पढ़ाई की भी है तो इसकी जानकारी सार्वजनिक नहीं है.
फिर क्यों नगर विकास विभाग ने उन्हें पहले रांची नगर निगम का टाउन प्लानर और फिर बाद में आरआरडीए में टाउन प्लानर के पद पर पदस्थापित करने की अनुशंसा की.
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