
Chaibasa: कांग्रेस भवन चाईबासा में संत रविदास की जयंती मनी. इस अवसर पर उनको पुष्प अर्पित कर उन्हें याद किया गया और विचारगोष्ठी का भी आयोजन किया गया. इसकी अध्यक्षता जिला कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष रंजन बोयपाई ने की. मौके पर राजीव गांधी पंचायती राज संगठन के प्रदेश उपाध्यक्ष सुनीत शर्मा ने बताया कि संत रामानन्द के शिष्य बनकर संत रविदास ने आध्यात्मिक ज्ञान अर्जित किया. स्वामी रामानंद को कबीर दास के कहने पर गुरु बनाया था, जबकि उनके वास्तविक आध्यात्मिक गुरु कबीर दास ही थे.
उन्होंने बताया कि संत रविदास के समयानुपालन की प्रवृत्ति तथा मधुर व्यवहार के कारण उनके सम्पर्क में आने वाले लोग भी बहुत प्रसन्न रहते थे. जाति-जाति में जाति हैं, जो केतन के पात, रैदास मनुष ना जुड़ सके जब तक जाति न जात. दोहे के भावार्थ को कांग्रेस पार्टी ने अपनी मूलभूत विचारधारा के रूप में अपनाया है. इसमें समता की भावना है. बैठक में वरिष्ठ कांग्रेसी कृष्णा सोय, युवा कांग्रेस प्रदेश सचिव दीनबंधु बोयपाई, मो सलीम, बिरसा कुंटीया, सुरेश हेंब्रोम, संतोष सुंडी, अशोक सुंडी, बीरसिंह बिरुली, तरुण पुरती आदि उपस्थित थे.
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