
Jamshedpur : सर्व शिक्षा अभियान में तीन लाख करोड़ रुपये अधिक खर्च हो गए हैं, लेकिन सरकारी शिक्षा व्यवस्था में कोई खास सुधार नहीं हुआ है. इसके पीछे का कारण है इस राशि से 89 फीसद राशि भवन निर्माण में खर्च की गई है. यह बातें भाजपा के सुल्तानपुर के सांसद वरुण गांधी ने जमशेदपुर के पोखारी स्थित नेताजी सुभाष इंस्टीट्यूट ऑफ बिजनेस मैनेजमेंट (एनएसआइबीएम) में शनिवार को आयोजित परिचय सत्र को संबोधित करते हुए कही.
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करोड़ों रुपये खर्च कर भी नहीं सुधर रही शिक्षा व्यवस्था
देश की शिक्षा नीति व स्वास्थ्य नीति पर भी जमकर हमला बोला और कहा कि आज शिक्षकों की व्यापक कमी है. इसमें सुधार का जिम्मा भी युवाओं के कंधे पर है. इसके लिए व्यापक नीति बननी चाहिए. अगर आप हक के लिए लड़ रहे हैं और आपकी बात कोई नहीं सुन रहा है तो आप सोशल मीडिया का सहारा लें. उन्होंने कहा कि देश की व्यवस्था पर आज कई नौजवानों को भरोसा नहीं रहा. इस कारण वे आत्महत्या तक कर रहे हैं. इस स्थिति में परिवर्तन लाना होगा. परिवर्तन के केंद्र बिंदु में नौजवान ही रहेंगे. आर्थिक असमानता के कारण आज देश में कई तरह की समस्याएं पैदा हो रही हैं. इन समस्याओं के कारण देश का विकास तीव्र गति से नहीं हो पा रहा है. इस आर्थिक असमानता को दूर करने की जिम्मेदारी युवाओं पर है.
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निडर हो कर लक्ष्य की ओर आगे बढ़ने का आह्वान
वरुण गांधी ने युवाओं को कई उदाहरण देते हुए बताया कि आप अपनी क्षमताओं का उपयोग कर किसी भी क्षेत्र में आगे बढ़ सकते हैं, बस उसके लिए हिम्मत चाहिए. उन्होंने कई मुद्दों पर बेबाकी से अपनी बात रखी और निडर हो कर लक्ष्य की ओर आगे बढ़ने का आह्वान किया. कार्यक्रम में एनएसआइबीएम के सचिव मदन मोहन सिंह व डीन नागेंद्र सिंह के अलावा कई शिक्षाविद व छात्र-छात्राएं उपस्थित थे. हाल ही में नेताजी सुभाष इंस्टीट्यूट को झारखण्ड सरकार ने विश्विद्यालय का दर्जा दिया है.
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