
Geneva : न्यूयॉर्क टाइम्स में प्रकाशित एक रिपोर्ट में संयुक्त राष्ट्र की नस्लीय भेदभाव उन्मूलन कमेटी की सदस्य गे मैकडॉगल ने दावा किया है चीन ने10 लाख उइगर मुसलमानों को खुफिया शिविरों में कैद कर रखा है. मानवाधिकार पैनल ने शिनजियांग प्रांत में सामूहिक हिरासत शिविरों में कैद उइगर मुसलमानों को लेकर चिंता जाहिर की है. संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार पैनल के अनुसार यह विश्वसनीय रिपोर्ट है. खबरों के अनुसार चीन की नीतियों के दो दिवसीय रिव्यू के क्रम में कमेटी की सदस्य ने कहा कि पेइचिंग ने इस स्वायत्त क्षेत्र को एक विशाल नजरबंदी शिविर जैसा बना रखा है.
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सैकड़ों उइगर स्टूडेंट्स गायब हो गये हैं
उनके अनुसार धार्मिक उग्रवाद से निपटने के लिए चीन ने ऐसा किया है. मैकडॉगल ने चिंता जताई कि सिर्फ अपनी नस्लीय धार्मिक पहचान की वजह से उइगर समुदाय के साथ चीन में देश के दुश्मन की तरह बर्ताव किया जा रहा है. उन्होंने रिपोर्ट्स के हवाले से कहा कि विदेशों से शिनजियांग प्रांत में लौटने वाले सैकड़ों उइगर स्टूडेंट्स गायब हो गये हैं. दावा किया कि कई उइगर हिरासत में हैं और कई की हिरासत में मौत हो चुकी है.
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चीनी प्रतिनिधिमंडल ने मैकडॉगल के आरोपों का जवाब नहीं दिया
न्यूयॉर्क टाइम्स पर आधारित एएनआई की रिपोर्ट के अनुसार 50 सदस्यीय चीनी प्रतिनिधिमंडल ने अब तक मैकडॉगल के आरोपों का जवाब नहीं दिया है. हालांकि संयुक्त राष्ट्र में चीन के राजदूत यू जियानहुआ ने अल्पसंख्यकों के लिए चीन की नीतियों की सराहना की है. उनका दावा है कि नीतियां सद्भाव और एकता को बढ़ावा देने पर केंद्रित हैं. कहा कि उस क्षेत्र के इकनॉमिक डिवेलपमेंट से दो करोड़ लोग गरीबी से बाहर आये हैं. बता दें कि शिनजियांग प्रांत में उइगर मुसलमान बहुसंख्यक हैं.
चीन के पश्चिमी हिस्से में स्थित इस प्रांत को आधिकारिक रूप से स्वायत्त घोषित करके रखा गया है. कई अंतरराष्ट्रीय मानवाधिकार संगठन उइगर मुसलमानों को सामूहिक रूप से हिरासत कैंपों में रखने और उनके धार्मिक क्रियाकलापों में हस्तक्षेप करने को लेकर चीन की आलोचना करते रहे हैं.
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