
Ranchi : मुख्यमंत्री की सीधी बात कार्यक्रम में उस समय अजीबो-गरीब स्थिति बन गयी, जब राज्य के प्रधान मुख्य वन संरक्षक शिकायकतकर्ता के सवालों का सही जवाब नहीं दे पाये. शिकायतकर्ता संजय कुमार तिवारी ने सीधी बात कार्यक्रम में मुख्यमंत्री रघुवर दास से कहा कि प्रधान मुख्य वन संरक्षक संजय कुमार की मिलीभगत से हजारीबाग में वन भूमि का घोटाला हुआ है. लगभग 1600 एकड़ वन भूमि गायब हो गई है. 2013 में तत्कालीन वन विभाग के प्रधान सचिव ने डीएफओ राजीव रंजन पर एफआईआर करने का भी निर्देश दिया था. जांच में आरोप भी सही पाया गया था. शिकायतकर्ता ने एफआईआर आदेश की कॉपी सहित अन्य कागजात भी मुख्यमंत्री को सौंपा. कहा कि पीसीसीएफ संजय कुमार डीएफओ राजीव रंजन को बचा रहे हैं.
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एक्शन में सीएम, कहा – हटाओ डीएफओ को
सारी बातें देखने और सुनने के बाद मुख्यमंत्री रघुवर दास भी एक्शन में आ गये. कहा कि डीएफओ राजीव रंजन हजारीबाग में कब से पदस्थापित हैं. इसपर पीसीसीएफ ने कहा कि तीन साल से. सीएम ने कहा कि जल्दी हटाओ उसे वहां से. विभागीय कार्यवाही कर मामला लटकाया जा रहा है. कोई भी अफसर हो चाहे व आईएएस हो या आईएफएस, भ्रष्टाचार से समझौता नहीं होगा. स्थापना समिति की बैठककर डीएफओ राजीव रंजन को हटाओ. पीसीसीएफ ने कहा कि एक सप्ताह के अंदर हटा दिया जायेगा.
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सीएम पूछे, राशि की रिकवरी कैसे होगी
सीएम ने पूछा कि राशि की रिकवरी कैसी होगी. पीसीसीएफ ने कहा कि राशि की रिकवरी हो रही है. अमीन को बर्खास्त कर दिया गया है. इस बीच शिकायतकर्ता ने टोकते हुये कहा कि 1600 एकड़ जमीन ही गायब हो गयी है तो पौधा किस जमीन पर लगा रहे हैं. पीसीसीएफ ने कहा कि तीन माह में 1600 एकड़ जमीन किसी भी कीमत में वापस लाई जायेगी.
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जब कंप्लेन किया तो केस कर दिया
शिकायतकर्ता संजय कुमार तिवारी ने कहा कि जब एक सितंबर 2017 को कंप्लेन किये थे. तब वन विभाग ने छह अक्टूबर 2017 को मेरे उपर केस कर दिया. मुझे टीपीसी और एएमसीसी के नाम पर धमकी भी दी गयी.