नई दिल्ली, 14 मार्च | रेल मंत्री दिनेश त्रिवेदी ने बुधवार को कहा कि भारतीय रेल 2012-13 में सभी श्रेणियों में दो पैसे प्रति किलोमीटर से लेकर 30 पैसे प्रति किलोमीटर तक यात्री किराए में वृद्धि करेगी। यात्री किराए में 2002-03 के बाद यह पहली बार वृद्धि होगी।
त्रिवेदी ने अगले कारोबारी साल के लिए रेल बजट पेश करते हुए कहा कि रेलवे कठिन समय से गुजर रही है और किराये में वृद्धि, लागत में भारी वृद्धि (खासतौर से ईंधन व मानव संसाधनों में) के कारण मजबूरी बन गई थी।
त्रिवेदी ने रेल मंत्री के रूप में अपना पहला बजट पेश करते हुए कहा, “मैं किराये को तर्कसंगत बनाने का प्रस्ताव करता हूं, ताकि आम आदमी पर इसका कम से कम असर पड़े और इसका बोझ सभी की सहन सीमा के अंदर हो।”
मंत्री ने कहा, “मैं उपनगरीय और दूसरी श्रेणी की रेलगाड़ियों के लिए प्रति किलोमीटर अतिरिक्त दो पैसे, इसी तरह से मेल और एक्सप्रेस रेलगाड़ियों के लिए तीन पैसे प्रति किलोमीटर और शयनयान श्रेणी के लिए पांच पैसे प्रति किलोमीटर किराया बढ़ाने का प्रस्ताव कर रहा हूं।”
त्रिवेदी ने कहा कि वातानुकूलित कुर्सी यान और वातानुकूलित तृतीय श्रेणी का किराया प्रति किलोमीटर 10 पैसे और वातानुकूलित द्वितीय श्रेणी का किराया प्रति किलोमीटर 15 पैसे तथा वातानुकूलित प्रथम श्रेणी का किराया 30 पैसे प्रति किलोमीटर बढ़ाया जाएगा।
त्रिवेदी ने कहा, “प्रस्तावित किराया वृद्धि के बाद भी पिछले आठ वर्षो के दौरान ईंधन कीमतों में हुई वृद्धि का घाटा पूरी तरह पूरा नहीं होता।”
त्रिवेदी के किराया वृद्धि के निर्णय की उनकी खु़द की पार्टी, तृणमूल कांग्रेस ने आलोचना की है।
तृणमूल कांग्रेस के वरिष्ठ सदस्य और केंद्रीय स्वास्थ्य राज्य मंत्री, सुदीप बंदोपाध्याय ने कहा, “हम रेल किराये में वृद्धि का विरोध करते हैं। हम चाहते हैं कि सरकार किराया वृद्धि वापस ले। यह आम आदमी के हित में नहीं है।”
प्रस्तावित वृद्धि का किरायों पर मामूली असर होगा। उपनगरीय द्वितीय श्रेणी में 35 किलोमीटर की यात्रा करने वाले यात्रियों पर दो रुपये का अतिरिक्त बोझ पड़ेगा। गैरउपनगरीय द्वितीय श्रेणी में 135 किलोमीटर की यात्रा करने वाले सामान्य यात्री पर चार रुपये का अतिरिक्त बोझ पड़ेगा।
मेल/एक्सप्रेस गाड़ी में द्वितीय श्रेणी में 375 किलोमीटर की यात्रा करने वाले यात्री को 12 रुपये अतिरिक्त भुगतान करने होंगे, जबकि मेल/एक्सप्रेस में शयनयान श्रेणी में 750 किलोमीटर की यात्रा करने पर 40 रुपये अतिरिक्त देने होंगे।
वातानुकूलित तृतीय श्रेणी में 530 किलोमीटर की यात्रा करने वाले यात्री को 57 रुपये का अतिरिक्त भुगतान करना होगा। जबकि वातानुकूलित द्वितीय श्रेणी और प्रथम श्रेणी में इतनी ही दूरी की यात्रा करने वाले यात्री को क्रमश: 84 रुपये व 163 रुपये का अतिरिक्त भार वहन करना पड़ेगा।
सुविधाओं के लिए किराया बढ़ाना जरूरी था : त्रिवेदी
रेल मंत्री दिनेश त्रिवेदी ने रेल किराया बढ़ाए जाने का बचाव करते हुए बुधवार को कहा कि यात्रियों को मूलभूत सुविधाएं तथा सुरक्षा मुहैया कराने के लिए यह आवश्यक था। वित्त वर्ष 2012-13 के लिए लोकसभा में रेल बजट पेश करने के बाद संवाददाताओं से बातचीत में त्रिवेदी ने कहा, “यदि हमने किराया नहीं बढ़ाया होता तो सफाई जैसी सुविधाएं नहीं मुहैया कराई जा पाएंगी। इन रुपयों का इस्तेमाल लोगों को मूलभूत सुविधाएं मुहैया कराने में किया जाएगा।”
रेल बजट में द्वितीय श्रेणी के किराये में कम से कम दो पैसे प्रति किलोमीटर की दर से और एसी प्रथम श्रेणी के किराये में अधिकतम 30 पैसे प्रति किलोमीटर की दर से वृद्धि की घोषणा की गई है।