
Ghatshila : चाकुलिया विधायक कार्यालय में मंगलवार को राइट टू फूड कैंपेन एंड आशा किसन स्वराज की टीम पहुंची और विधायक समीर मोहंती से मुलाकात की. इस दौरान दिल्ली से डॉ वंदना प्रसाद के नेतृत्व में विभिन्न विषयों पर चर्चा की गई. डॉ वंदना प्रसाद ने कहा कि जन वितरण प्रणाली के माध्यम से जो फोर्टीफाइड चावल का वितरण सरकार द्वारा किया जा रहा है. वह सभी के लिए लाभदायक नहीं है. बीमार लोगों के लिए भले ही यह लाभदायक हो, लेकिन स्वस्थ व्यक्ति के लिए यह हानिकारक साबित हो सकता है.
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थैलेमिशिया जैसे बीमारी में घातक हो सकती है फोर्टीफाइड राइस
डॉ वंदना प्रसाद की संस्था ने इस पर शोध करते हुए जो तथ्य पाये हैं, उससे यह बात जाहिर हो जाती है. थैलेमिशिया जैसे बीमारी में यह घातक साबित हो सकता है. इससे मधुमेह, उच्च रक्तचाप एवं अन्य गंभीर बीमारियों का खतरा हो सकता है. सरकार ने लोगों को फोर्टीफाइड चावल के गुण, दोष के प्रति जागरूक भी नहीं किया है. चावल में रासायनिक तत्व मिलाने की जगह सरकार को प्रकृति प्रदत्त आहार को बढ़ावा देना चाहिए, ताकि सही पोषण मिल सके.
चावल में कृतिम फोर्टिफिकेशन के विषैले परिणाम
टीम ने बताया कि चावल का फोर्टिफिकेशन कारपोरेट नियंत्रण करोड़ों रुपये का कारोबार है. कृतिम फोर्टिफिकेशन के विषैले परिणाम भी हो सकता है. इसलिए सरकार को फोर्टीफाइड चावल वितरण की जगह प्राकृतिक आहार पर आधारित अनाज का वितरण करना चाहिए. इस दौरान टीम ने विधायक समीर मोहंती से मांग करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री से मिलकर झारखंड में फोर्टीफाइड चावल के वितरण पर रोक लगाया जाये. इस मौके पर बलराम कुमार, सुप्रिती मुर्मु, मधुमिता दास, राज शेखर, श्री गिरीश, गौतम दास, विशाल बारिक आदि उपस्थित थे.
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