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देश का पहला “पिंक बिजली जोन” शुरू, महिलाएं संभालेंगी कमान

Indore : गुलाबी वर्दी पहनने वाली 25 महिला कर्मचारी बिजली के मीटर पढ़कर बिल बनायेंगी, उपभोक्ताओं से इनकी राशि वसूलेंगी और बिजली की लाइन भी सुधारेंगी. रोजगार की लैंगिक रूढ़ियां तोड़ने वाली ये महिलाएं मध्यप्रदेश पश्चिम क्षेत्र  विदयुत वितरण कम्पनी के स्थानीय अरण्य नगर स्थित पिंक​ बिजली जोनकी सर्वे-सर्वा हैं, जिसे देश में अपनी तरह का पहला ​बिजली जोन बताया जा रहा है.

आधी आबादी को रोजगार के नये अवतार में देखकर लोग रह गये दंग

अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के मौके पर आठ मार्च  को  यहां इस बिजली जोन की औपचारिक शुरुआत की गयी. इस जोन में नियुक्त “लाइन वूमैन” दीक्षा पटेल और अन्य महिला कर्मचारी जब गुलाबी गाड़ी में सवार होकर बिजली लाइन की मरम्मत के लिये अरण्य नगर क्षेत्र में पहुंचीं, तो आधी आबादी को रोजगार के नये अवतार में देखकर लोग दंग रह गये. 

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“पिंक​ बिजली जोन” में   नियुक्त  महिलाएं 13,000 बिजली कनेक्शनों की देख-रेख करेंगी  

अपने पेशेवर काम को लेकर उत्साहित दीक्षा (23) ने कहा कि अब रोजगार के अधिकांश क्षेत्रों में पुरुषों का वर्चस्व खत्म हो रहा है. महिलाएं आज हवाई जहाज भी उड़ा रही हैं, तो खम्भे पर चढ़कर बिजली की लाइन सुधारना कौन-सा बड़ा काम है. प्रदेश सरकार की बिजली वितरण कम्पनी के प्रबंध निदेशक (एमडी) आकाश त्रिपाठी ने बताया कि अरण्य नगर के “पिंक​ बिजली जोन” में नियुक्त  महिलाएं  60,000 की आबादी वाले इलाके के 13,000 बिजली कनेक्शनों की देख-रेख करेंगी.  

पूरी तरह से महिला कर्मचारियों के हवाले किया गया कामकाज

उन्होंने कहा कि अरण्य नगर का बिजली जोन देश का ऐसा पहला बिजली जोन है, जहां सारा कामकाज पूरी तरह से महिला कर्मचारियों के हवाले किया गया है. इनमें सहायक इंजीनियर, जूनियर इंजीनियर, लाइन सुपरवाइजर, लाइन वीमैन, मीटर रीडर, लेखापाल और कम्प्यूटर ऑपरेटर समेत 25 महिला कर्मचारी शामिल हैं. इन कर्मचारियों को बिजली जोन संभालने के लिये खास प्रशिक्षण दिया गया है.” त्रिपाठी ने बताया कि बिजली कंपनियों में खासकर लाइन स्टाफ (बिजली लाइनों के रख-रखाव और मरम्मत करने वाले कर्मचारी) में हमेशा से पुरुष कर्मचारियों का दबदबा रहा है, लेकिन अब इन पदों पर काम करने के लिये महिलायें भी आगे आ रही हैं.

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लाइनमैन नहीं  लाइन वीमैन

उन्होंने कहा कि हम लाइन स्टाफ के विभिन्न पदों पर महिला उम्मीदवारों का योग्यता के आधार पर चयन कर रहे हैं. हम इन्हें लाइनमैन के बजाय लाइन वीमैन के नाम से सम्बोधित करते हैं. त्रिपाठी ने बताया कि अरण्य नगर के जिस पिंक बिजली जोन की जिम्मेदारी महिला कर्मचारियों को सौंपी गयी है, वहां उपभोक्ता हर महीने औसतन दो करोड़ रुपये की बिजली जलाते है. इस जोन में 200 वितरण ट्रांसफार्मर और 23 बिजली फीडर हैं.

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