
Ranchi : राजधानी रांची के पंडरा ओपी क्षेत्र स्थित जनकनगर रोड नंबर चार प्यार में ठुकराए जाने से नाराज आशिक ने हत्या के घटना को अंजाम दिया. पुलिस त्वरित कार्रवाई करते हुए मुख्य आरोपी रोहन को बैंक कॉलोनी से गिरफ्तार कर लिया. जानकारी के अनुसार आरोपी रोहन का श्वेता के साथ पहले से प्रेम प्रसंग चल रहा था. इसको लेकर विवाद भी हुआ था. विवाद के बाद घरवालों के मना करने पर युवती आरोपी रोहन से दूर रहने लगी. इसी बात से आरोपी नाराज था.
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शनिवार की अहले सुबह श्वेता के घर पहुंचकर चाकू और ओखल से मारकर युवती की हत्या कर दी. इसके बाद श्वेता के भाई प्रवीण को बंधक बनाकर और मां पर भी जानलेवा हमला किया गया. जिसमें भाई प्रवीण की मौत हो गयी. वही श्वेता की मां चंदा देवी को गंभीर हालत में रिम्स भर्ती कराया जहां उसका इलाज चल रहा है. चंदा देवी के चेहरे पर चाकू से कई बार प्रहार किया गया है. आरोपी रोहन ने दो लोगों के साथ मिलकर घटना को अंजाम दिया था. घटना को अंजाम देने के बाद घर का मुख्य दरवाजा अंदर और बाहर दोनों तरफ से बंद कर दिया गया. अंदर में दरवाजा बंद कर आरोपी छत से कूदकर बाहर निकला था. पुलिस फिलहाल इस सनकी आशिक से पूछताछ कर रही है. इस मामले में और भी खुलासा होने की संभावना है.


युवती के घर में चोरी की घटना को दिया था अंजाम




जानकारी के अनुसार एक मार्च शिवरात्रि के दिन युवती के घर में चोरी के घटना को अंजाम दिया गया था. घटना को अहले सुबह पांच बजे अंजाम दिया गया था. उस वक्त घर में कोई नही था. भाई बहन के साथ मां मंदिर पूजा करने गयी थी. मामले को लेकर पंडरा थाना में शिकायत की गयी थी. जिसमें आरोपी का नाम सामने आया था. पुलिस के अनुसार आरोपी युवक पहले भी जेल जा चुका है.
अल्ता समझ छत से उतरकर देखा तो पता चला खून है
पड़ोस के रहने वाले विजेंद्र पांडेय अहले सुबह साढ़े पांच बजे छत से चंदा देवी के दरवाजे के सामने लाल देखा तो अल्ता समझा, आशंका होने पर नीचे उतरकर चंदा देवी के दरवाजे के सामने पहुंचा तो देखा खून बह रहा है. मामले की सूचना बगल में रहने वाले पड़ोस को दी. उन्होने बताया महिला शनिवार को पूजा पाठ को लेकर करीब तीन बजे जग जाती थी. हालांकि अक्सर सबेरे उठा करती थी. रोज के तरह तीन बजे के करीब उठी और घर बाहर झाड़ू लगायी थी.
उन्होने आशंका जताया कि अपराधी इसी वक्त पहुंचा और घटना को अंजाम दिया. विजेद्र पाडेय जब करीब साढ़े पांच बजे चंदा देवी के दरवाजे पर पहुंचे तो दरवाजा बाहर से बंद था. खून बह रहा था. बाहर से दरवाजा खोला, लेकिन अंदर से बंद होने के वजह से दरवाजा नही खुला. आवाज देने पर चंदा देवी ने रिप्लाई दी. महिला के पिता और भाई नजदीक में ही रहते है उसको मामले की सूचना दी गयी. उसके बाद किसी तरह दरवाजा खोला गया. आनन-फानन में मां बेटा को हॉस्पीटल ले जाया गया, लेकिन बेटा प्रवीण कुमार सिंह की रास्ते में ही मौत हो गयी. वही मां चंदा देवी का इलाज चल रहा है.
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दस वर्षो से रह रही थी किराये के मकान में
मूलरुप से बिहार की रहने वाली चंदा देवी अपने बच्चो के साथ जनकनगर रोड नंबर चार स्थित मकान संख्या 430 में करीब दस वर्षो से रह रही थी. यह मकान जयंती सिंह का बताया जा रहा है. जो पंडरा इलाके में ही रहते है. महिला के पिता और भाई भी उसी मोहल्ला में रहता है. चंदा देवी भी अपनी जमीन खरीदकर घर बनवा रही थी. मामले की सूचना महिला के पति संजीव कुमार सिंह को दे दी गयी है. वे दुबई में रहते है. जहां से निकल चुके है.
इलाके में रहता है नशेरियों का जमावड़ा
जनकनगर रोड नंबर चार में चंदा देवी के घर के दो तरफ पीछे खाली पड़ी जमीन है. एक तरफ यह मोहल्ला कांके डैम से भी सटा हुआ है. स्थानीय लोगों ने बताया कि शाम होते ही यहां नशेरियों का जमावडा लगा रहता है. मुहल्ले में पहले भी चोरी की वारदात को अंजाम दिया गया है. लोग नशेरियों के वजह से दहशत में रहते है. पुलिस गाड़ी हमेशा तो आती नही है. अगर आती भी है तो पुलिस गाड़ी देख नशेरियों फरार हो जाता है.
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