
New Delhi: बीजेपी शासित राज्यों में हेट क्राइम के मामले तेजी से बढ़े हैं. और इसमें झारखंड की स्थिति सबसे खराब है. Factchecker.in वेबसाइट की एक रिपोर्ट के मुताबिक, पिछले दिनों सरायकेला में चोरी के कथित आरोप में मुस्लिम युवक की पीट कर हत्या, इस साल का पहला घृणित अपराध नहीं था. बल्कि ये राज्य का 11वां हेट क्राइम था.
झारखंड का रिकॉर्ड सबसे खराब


झारखंड में इस साल भीड़ की हिंसा में अब तक चार लोग मारे जा चुके हैं, जबकि 22 लोग बुरी तरह घायल हुए हैं.
वेबसाइट की रिपोर्ट के मुताबिक, पिछले एक दशक में पूरे भारत में मॉब लिंचिंग के 297 अपराध हुए हैं, जिसमें 98 लोगों की मौत हो गयी है, जबकि 722 लोग घायल हुए.




हालांकि Factchecker.in के आंकड़ों के मुताबिक, पिछले कुछ सालों में भीड़ की हिंसा में बढ़ोतरी के संकेत मिले हैं. साल 2015 से पशु चोरी और हत्या को लेकर मॉब लिचिंग की 121घटनाएं हुईं. जबकि इस मामले में साल 2012 से 2014 के बीच के ऐसी घटनाएं सिर्फ छह बार घटीं.
मुस्लिम ज्यादा शिकार
2009 से 2019 के बीच के आंकड़ें बताते हैं कि इन घटनाओं में 59 फीसदी पीड़ित मुस्लिम समुदाय के लोग थे. इसमें 28 फीसदी मामले कथित तौर पर पशु चोरी और हत्या से जुड़े से पाये गये.
वेबसाइट के आकंड़ों की मानें तो मॉब लिंचिंग की 66 फीसदी घटनाएं भाजपा शासित राज्यों में घटीं, जबकि 16 फीसदी लोग कांग्रेस शासित राज्यों में इसके शिकार बने.
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सरायकेला में मॉब लिंचिंग
गौरतलब है कि 18 जून को सरायकेला में एक मुस्लिम युवक तबरेज अंसारी को कथित चोरी के आरोप में हिंसक भीड़ ने बेरहमी से उसकी पिटाई की.
पुलिस को सौंपने से पहले उसे एक पोल से बांध दिया गया और घंटों तक मारा-पीटा गया. 22 जून को उसकी मौत हो गई.
इस घटना से जुड़ा एक वीडियो सोशल मीडिया में वायरल हो रहा है.
इसमें तबरेज से एक शख्स जबरन ‘जय श्री राम’ और ‘जय हनुमान’ का नारा लगाने के लिए कह रहा है. मामले को लेकर पुलिस ने 11 लोगों को गिरफ्तार किया गया है जबकि दो पुलिसकर्मियों को सस्पेंड किया गया है.
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