
Palamu : मौत के बाद शव लाने और ले जाने के लिए सरकार की ओर से आर्थिक व पविहन सुविधा मुहैया करायी जाती है.
लेकिन पलामू जिले में मानवता को शर्मसार करते हुए एक 90 वर्षीय वृद्ध का शव रिक्शे पर लादकर ले जाया गया.
ट्रेन से कटकर हुई थी मौत
विदित हो कि रविवार को एक वृद्ध आबादगंज रेलवे क्रॉसिंग पार कर रहा था. इसी बीच ट्रेन से कटकर उसकी मौत हो गयी.
सूचना के बाद मौके पर पहुंची डाल्टेनगंज राजकीय रेल थाना पुलिस ने शव को अपने कब्जे में लिया और थाना ले आयी. दोपहर तक शव की पहचान नहीं हो पायी थी.
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लावारिस शव होने के कारण रेल पुलिस ने किया भेदभाव
शव के लावारिस होने के कारण रेल पुलिस ने मानवता को दरकिनार कर दिया और कुछ सफाई कर्मियों को शव ले जाने का निर्देश दिया.
सफाईकर्मियों ने लापरवाही बरतते हुए शव को रिक्शे पर लाद दिया और मवेशी की तरह ले गये. हालांकि इसी बीच हमारे संवाददाता ने रिक्शे को रोककर पूरे मामले की जानकारी ली.
कर्मियों ने बताया कि रेल पुलिस की ओर से उन्हें कोई सुविधा नहीं दी गयी. रिक्शा मिला, उसी पर लादकर ले जा रहे हैं.
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हड़बड़ी में रिक्शे पर भेजा गया शव : रेल थाना प्रभारी
इधर, रेल थाना प्रभारी पीके पांडेय ने बताया कि शव की पहचान चैनपुर के चांदो निवासी नान्हू साव के रूप में हुई है.
नान्हू अपने रिश्तेदार से मिलने के लिए डालटनगंज आये थे और आबादगंज रेलवे क्रॉसिंग पार करने के दौरान ट्रेन की चपेट में आ गये.
पोस्टमॉर्टम के लिए शव भेजे जाने के संबंध में पूछे जाने पर थाना प्रभारी ने बताया कि इसके लिए रेलवे फंड मुहैया करता है. हजार-दो हजार रूपये दिए जाते हैं.
जब वृद्ध का शव रिक्शे पर ले जाने के संबंध में जानकारी ली तो कहा कि जल्दबादी में व्यवस्था नहीं हो पायी. इसलिए कुछ कर्मियों के सहयोग से रिक्शे पर शव पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल भेज दिया गया.
शव ले जाने के लिए मिलता है मोक्ष वाहन
यहां बताना जरूरी है कि सरकार की ओर से करीब-करीब सभी बड़े अस्पतालों को शव ले जाने के लिए मोक्ष वाहन मुहैया कराया गया है.
पीएमसीएच, मेदिनीनगर के कर्मियों ने बताया कि शव ले जाने में जो परिवार अक्षम साबित होता है, उसे मोक्ष वाहन मुहैया कराया जाता है.
पोस्टमॉर्टम के लिए शव भेजने में मोक्ष का उपयोग नहीं होता. पुलिस इसके लिए सुविधा देती है.
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