
Ranchi : कचहरी रोड स्थित बने अटल वेंडर मार्केट में फुटपाथ दुकानदारों के बीच शनिवार को सर्टिफिकेट वितरण किया गया. हालांकि नगर विकास मंत्री ने जिस दावा से कहा था कि छह महीने के बाद भी मार्केट को नहीं बसाने से साफ है कि दुकान आवंटन में गड़बड़ी हुई है. वह दावा उनके केवल बयानों तक ही सीमित रह गया है. विभागीय मंत्री ने गड़बड़ियों की जांच कराने के लिए कोई पहल नहीं की. विभागीय मंत्री एकबार फिर स्वंय मार्केट में बसने वाले दुकानदारों को सर्टिफिकेट देकर निगम की कार्यशैली पर सवाल उठा रहे हैं.
ऐसा नहीं है कि मंत्री सीपी सिंह पहली बार अपने विभागीय विषयों को नजरअंदाज कर रहे हैं. इससे पहले भी कंपनी एस्सेल इंफ्रा को टर्मिनेट करने को लेकर उन्होंने जो बयान दिया था, उससे भी निगम और विभाग की कार्यशैली पर सवाल उठा था.
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मंत्री चाहते तो जांच कराते, पर नहीं की पहल
29 मई को निगम सभागार में आयोजित समीक्षा बैठक में नगर विकास मंत्री सीपी सिंह ने कहा था कि, उद्घाटन के छह माह बाद भी वेंडर मार्केट में एक भी फुटपाथ दुकानदार शिफ्ट नहीं हुए, मतलब कहीं न कहीं निगम ने कुछ गड़बड़ी की है. न्यूज विंग को 13 जून को दिये एक साक्षात्कार में मंत्री सीपी सिंह ने कहा था कि वेंडर मार्केट के दुकान आवंटन में गडबड़ियां हुई हैं. सात ही गड़बड़ी के पुख्ता प्रमाण मिलने पर उन्होंने कार्रवाई की भी बात कही थी. लेकिन विभागीय मंत्री ने अपने स्तर पर इस गड़बड़ी की जांच कराने की कोई पहल नहीं की.
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एस्सेल इंफ्रा टर्मिनेशन की भी नहीं थी जानकारी
इससे पहले भी संबंधित मंत्री को अपने ही विभाग के अंतर्गत कार्यरत कंपनी एस्सेल इंफ्रा को टर्मिनेट करने की जानकारी नहीं थी. वहीं कंपनी को टर्मिनेट करने के कार्यों को लेकर उन्होंने निगम की कार्यशैली पर भी सवाल खड़े किये थे.
वहीं 29 मई को न्यूज विंग संवाददाता ने उनसे पूछा था कि, टर्मिनेट करने के प्रस्ताव को निगम ने मार्च माह में विभाग को भेजा था,लेकिन अभी तक इसपर कोई कार्रवाई नहीं हुई. इसपर सीपी सिंह ने कहा था कि जबतक उनके पास प्रस्ताव की कोई संचिका नहीं आती है, तबतक कंपनी को हटाने का वे कैसे निर्णय लें.
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