
Deepak
Ranchi : राज्य में सरकारी, निजी और डीम्ड यूनिवर्सिटी में एमबीए कार्यक्रम धड़ल्ले से संचालित हो रहे हैं. रांची यूनिवर्सिटी में 10 वर्षों से चल रहे एमबीए कोर्स को अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद (एआइसीटीइ) से मान्यता ही नहीं है.
विश्वविद्यालय प्रबंधन का कहना है कि हम खुद ऑटोनोमस संस्था हैं, हमारे कोर्स को एआइसीटीइ से मान्यता की जरूरी नहीं है. रांची विश्वविद्यालय के एमबीए विभाग की तरफ से दी जा रही डिग्रीधारकों के प्लेसमेंट के आंकड़े भी विवि प्रबंधन के पास नहीं हैं.


इधर केंद्रीय मानव संसाधन मंत्रालय का स्पष्ट निर्देश है कि किसी भी तरह की तकनीकी और स्पेशलाइज्ड कोर्स की मान्यता और आधारभूत संरचना के लिए AICTE मान्यता लेना जरूरी है. बगैर मान्यता के कोई भी संस्थान (सरकारी और निजी) संबंधित कोर्स की पढ़ाई नहीं करवा सकता है.




यहां पर सलाना 60 से अधिक विद्यार्थियों का दाखिला लिया जाता है. रांची कालेज के पास ही एमबीए विभाग का अलग बिल्डिंग भी है. रांची विश्वविद्यालय से संबद्ध मारवाड़ी कालेज, डोरंडा महाविद्यालय में भी एमबीए की पढ़ाई हो रही है. स्नातक के बाद पोस्ट ग्रैजूएट स्तर की डिग्री रांची विश्वविद्यालय की तरफ से दी जा रही है.
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IIM रांची, दो सरकारी विवि व CUJ को प्राप्त है मान्यता
रांची आइआइएम, केंद्रीय विश्वविद्यालय झारखंड (सीयूजे) और सरकार के ही कोल्हान विश्वविद्यालय और विनोबा भावे विश्वविद्यालय द्वारा संचालित एमबीए कोर्स की नियमानुसार एआइसीटीई से संबद्धता ली गयी है. आइआइएम और केंद्रीय विश्वविद्यालय सीधे केंद्रीय मानव संसाधन मंत्रालय के अधीन आते हैं.
जानकारी के अनुसार कोल्हान विवि की ओर से जमशेदपुर महिला कालेज में एमबीए पाठ्यक्रम चलाया जाता है, जबकि विनोबा भावे विवि के कंप्यूटर एप्लीकेशन डिपार्टमेंट की तरफ से एमसीए के कोर्स पढ़ाये जा रहे हैं. राज्य के केंद्रीय विश्वविद्यालय तक ने अपने एमबीए कोर्स के लिए एआइसीटीइ से संबद्धता ली हुई है.
राज्य में बीआइटी मेसरा, एक्सएलआरआइ जैसे डीम्ड यूनिवर्सिटी हैं, जिन्होंने अपने एमबीए के पाठ्यक्रमों के लिए 2019-20 की संबद्धता एडमिशन से पहले ले रखी है. एक्सएलआरआइ में पीजी डिप्लोमा स्तर के चार कोर्स चलाये जा रहे हैं, जो मैनेजमेंट विषय से संबंधित हैं.
वहीं बीआइटी मेसरा एमबीए और एमसीए का कोर्स चला रहा है. रांची में ही जेवियर सामाजिक सेवा संस्थान (एक्सआइएसएस) की तरफ से मैनेजमेंट के पांच पाठ्यक्रम संचालित किये जा रहे हैं.
रांची में केजरीवाल इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट एंड स्टडीज, आइएसएम पुंदाग, नीलय एजुकेशनल ट्रस्ट, एसएन सिन्हा इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट, नेताजी सुभाष इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट और अरका जैन विश्वविद्यालय सरायकेला-खरसांवां के एमबीए और पीजीडीएम स्तर के पाठ्यक्रमों को एआइसीटीइ ने अपनी मान्यता दी है.
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XLRI में मैनेजमेंट की हैं 540 सीटें
जमशेदपुर स्थित एक्सएलआरआइ में मैनेजमेंट की 540 सीटें हैं. यहां पर बिजनेस मैनेजमेंट और पीजीडी ह्यूमन रिसोर्स डेवलपमेंट कार्यक्रम के लिए 180-180 सीटों पर दाखिला लिया जाता है. पीजीडीएम के एक कोर्स में 120 सीटों पर दाखिला होता है. वहीं ग्लोबल मैनेजमेंट की 60 सीटें यहां हैं. फेलोशिप प्रोग्राम में प्रबंधन और ह्यूमन रिसोर्स मैनेजमेंट की 55 सीटों पर दाखिला लिये जाते हैं.
एक्सएलआरआइ और आइआइएम रांची में दाखिला कॉमन एडमिशन टेस्ट (कैट) के जरिये लिया जाता है, जिसकी परीक्षा प्रत्येक साल दिसंबर में होती है. रांची के जेवियर सामाजिक सेवा संस्थान (एक्सआइएसएस) में पीजी डिप्लोमा इन मैनेजमेंट, फायनांस, रिसोर्स मैनेजमेंट, आइटी, मार्केटिंग और ग्लोबल मैनेजमेंट की पढ़ाई होती है.