Dhanbad : बाघमारा विधानसभा में इस कड़ा मुकाबला देखने को मिला. काउंटिंग की शुरुआत से लेकर आखिर तक यह संशय बना रहा कि आखिर यहां से जीत किसको मिलेगी.
कभी कोई कांग्रेस प्रत्याशी जलेश्वर महतो की जीत दिखाने लगा तो किसी ने भाजपा प्रत्याशी ढुल्लू महतो को जीतते हुए बताया. कड़ी मशक्कत के बाद आखिरकार ढुल्लू महतो को मामूली वोटों के अंतर से जीत मिली.
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काउंटिग के तीन दिन बाद ढुल्लू महतो मामूली वोटों से मिली जीत का कारण जानने क्षेत्र में पहुंचे. इस दौरान उन्होंने अपने समर्थकों से मिल कर इसका कारण जानने की कोशिश की.
इसी दौरान उन्होंने कुछ समर्थकों को जम कर फटकार भी लगा दी. उन्होंने अपने समर्थकों से साफ कहा कि तुम क्या करने के लिए थे. खाली हल्ला कर रहे थे? इस बाबत एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है.
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वोटरों को लुभाने की भी की गयी थी कोशिश
हमारे सूत्रों का कहना है कि बाघमारा में चुनाव के दरम्यान लोगों को अपने पक्ष में करने की काफी कोशिश की गयी. वोटरों को लुभाने के लिए कई तरह के प्रलोभन भी दिये गये. इसके बावजूद कांग्रेस प्रत्याशी जलेश्वर महतो ने कड़ी टक्कर दी.
क्षेत्र के लोगों का तो यहां तक कहना है कि जलेश्वर असल में हार कर भी जीत गये हैं. और ढुल्लू की यह जीत भी हार के समान ही है. उनका कहना है कि आखिर क्या कारण है कि रिकॉर्ड मतों से जीतनेवाला विधायक इस बार महज 824 वोटों के अंतर से चुनाव जीत पाया.
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री काउंटिग के बाद हुआ था हार-जीत का फैसला
बताया जाता है कि मतगणना के दिन लगभग पांच बजे के आसपास स्ट्रांग रूम से यह खबर आयी कि कांग्रेस प्रत्याशी जलेश्वर महतो जीत गये. यह खबर सुनकर ढुल्लू के समर्थकों में मायूसी छा गयी. खबर सुनने के बाद ढुल्लू महतो स्ट्रांग रूम के अंदर गये. वहां अधिकारियों से कुछ बात की.
फिर खबर आयी कि अभी काउंटिंग फिर से हो रही है. इसलिए अभी कुछ कहा नहीं जा सकता है. शाम सात बजे फिर यह खबर सुनने को मिली कि भाजपा विधायक ढुल्लू महतो 824 वोटों से चुनाव जीत गये हैं. बताया जाता है कि बाघमारा विधानसभा की दो इवीएम खराब थी, जिसकी गिनती नहीं की गयी. जानकारों का मानना है कि अगर इस ईवीएम की गिनती होती तो जलेश्वर महतो की जीत सुनिश्चित थी.
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