
Lucknow : उत्तर प्रदेश सेंट्रल शिया वक्फ बोर्ड ने गुरुवार को कहा कि हिंदुस्तानी मुसलमानों को राष्ट्रीय नागरिक पंजी (NRC) से खतरा नहीं है. कहा कि NRC हिंदुस्तानी में लागू होना चाहिए . बोर्ड के अध्यक्ष वसीम रिजवी ने कहा, हिंदुस्तानी मुसलमानों को एनआरसी से खतरा नहीं है. एनआरसी हिंदुस्तानी में लागू होना चाहिए. असल मामला घुसपैठियों की पहचान का है जो हमारे देश के लिए खतरा है.
इसे भी पढ़ें : सोशल मीडिया पर पीएम मोदी के चश्मे की कीमत 1.60 लाख बता रहे लोग
कांग्रेस हर प्रदेश में घुसपैठियों के वोटर आईडी कार्ड बना रही है
वसीम रिजवी ने कहा कि ये घुसपैठिये कांग्रेस, ममता, सपा के लिए वोट बैंक हैं. उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस हर प्रदेश में घुसपैठियों के वोटर आईडी कार्ड बना रही है. रिजवी ने कहा कि जब एनआरसी लागू होगा तो घुसपैठियों की शक्ल सामने आयेगी.
इसे भी पढ़ें : मौजूदा #NPR UPA के समय से अलग, मोदी सरकार का दुर्भावनापूर्ण एजेंडा: चिदंबरम
अल्पसंख्यक हिन्दू अपना धर्म और जान बचा कर आये हैं
कहा कि पाकिस्तान, बांग्लादेश, अफगानिस्तान के जो अल्पसंख्यक हिन्दू भारत आये हैं, वो असल में धर्म के आधार पर जुल्म झेल कर अपना धर्म और अपनी जान बचा कर आये हैं. उनको नागरिकता संशोधन कानून (CAA)का लाभ मिलना चाहिए और इन देशों के जो मुसलमान भारत आये हैं वह अपने निजी फायदे के लिए आये हैं या भारत को नुकसान पहुंचाने की नीयत से आये हैं.
उन्होंने कहा कि CAA में मुसलमानों को न शामिल करना भारत की सुरक्षा के हित में है. उन्होंने कहा कि जो भारत का मुसलमान है, वही सिर्फ हिन्दुतानी है और जो मुसलमान घुसपैठिये हैं, उनको देश छोड़ना ही चाहिए. रिजवी ने कहा कि एनआरसी और संशोधित नागरिकता कानून का विरोध कांग्रेस और उसकी जैसी पार्टियों ने हिंदुस्तानी मुसलमानों से करवा कर सड़कों पर उनका खून बहाया है. अभी हाल में कई प्रदेशों में जो उग्र प्रदर्शन हुए हैं, वह साजिश के तहत कराये गये हैं.
इसे भी पढ़ें : #DetentionCenter : पीएम मोदी के बयान पर राहुल गांधी ने कहा, RSS का प्रधानमंत्री भारत माता से झूठ बोलता है