
New Delhi: अटॉर्नी जनरल केके वेणुगोपाल ने शुक्रवार को दावा किया कि राफेल से संबंधित दस्तावेज रक्षा मंत्रालय से चोरी नहीं हुए हैं और सुप्रीम कोर्ट में दाखिल किए अपने जवाब में उनका मतलब था कि याचिकाकर्ताओं ने अपनी ऐप्लिकेशन में ‘वास्तविक कागजात की फोटोकॉपी’ का इस्तेमाल किया. बता दें कि सुप्रीम कोर्ट में वेणुगोपाल के ‘पेपर चोरी’ होने संबंधी बयान के बाद विपक्ष सरकार पर हावी हो गया है. इस बयान के बाद कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने इस मुद्दे को लेकर सरकार और पीएम मोदी पर जम कर हमला बोला. राहुल ने मांग की कि इतने महत्वपूर्ण संवेदनशील कागजात पेपर के चोरी होने की आपराधिक जांच होनी चाहिए.
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कागजात चोरी होने से संबंधित बयान गलत
अटॉर्नी जेनरल ने कहा कि विपक्ष ने आरोप लगाया है कि सुप्रीम कोर्ट में बहस के दौरान कहा गया था कि राफेल से संबंधित पेपर रक्षा मंत्रालय से चोरी हुए हैं. यह पूरी तरह गलत है. कागजात चोरी होने से संबंधित बयान पूरी तरह गलत हैं. वेणुगोपाल ने कहा कि यशवंत सिन्हा, अरुण शौरी और प्रशांत भूषण ने सुप्रीम कोर्ट के फैसले की पुनर्विचार याचिका में राफेल डील से संबंधित तीन दस्तावेज पेश किए, जो वास्तविक दस्तावेज की फोटोकॉपी थे. आधिकारिक सूत्रों का कहना है कि अटॉर्नी जनरल द्वारा ‘चोरी’ शब्द के इस्तेमाल से बचा जा सकता था.
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