
Saurav Singh
Ranchi: कोरोना वायरस के समय एक साथ दो मोर्चों पर झारखंड पुलिस लड़ रही है. पुलिस प्रशासन की चुनौती इस समय झारखंड के नक्सली इलाकों में ज्यादा बढ़ गयी है. उन्हें कोरोना को भी रोकना है. और नक्सलियों के नापाक इरादों को भी चकनाचूर करना है. ये स्थिति राज्य के हर नक्सल प्रभावित जिलों की है. झारखंड पुलिस इस वक्त अपनी इन दोनों जिम्मेदारियों को बखूबी निभा रही है.
नक्सलियों के साजिश को पुलिस कर रही नाकाम
कोरोना संकट में अपने कार्यों से आम जनता का दिल जीत रही पुलिस को नुकसान पहुंचाने के लिए नक्सली भी नये-नये तरकीब खोज रहे हैं. वे पुलिस को अपनी जाल में फंसाने के लिए तरह-तरह की साजिश रच रहे हैं, लेकिन उन्हें कामयाबी नहीं मिल पा रही है. क्योंकि झारखंड पुलिस अलर्ट है और पुलिस की सतर्कता की वजह से ही नक्सली अपनी चाल में सफल नहीं हो पा रहे हैं.
मालूम हो कि बीते 31 मार्च को नक्सलियों ने गुमला में भी लातेहार के चंदवा जैसी घटना को दोहराने की कोशिश की थी लेकिन पुलिस ने इसे नाकाम कर दिया था.
13 अप्रैल को खूंटी में पुलिस को नुकसान पहुंचने के लिए नक्सलियों ने विस्फोटक लगा कर रखे थे. जिसे पुलिस ने समय रहते बरामद कर लिया. इसके अलावा चाईबासा, बोकारो में भी नक्सलियों के द्वारा किसी घटना की अंजाम देने की योजना बनाने से पहले पुलिस ने उसे विफल कर दिया. पिछले 15 दिनों के दौरान पुलिस के हाथों 4 नक्सली भी मारे गये हैं.
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लॉकडाउन के अनुपालन के साथ-साथ जरूरतमंदों को भोजन करा रही झारखंड पुलिस
राज्य में लॉकडाउन को सफल बनाने के लिए पुलिस प्रशासन अलर्ट है. लोगों से लॉकडाउन का अनुपालन भी करा रही है ताकि कोरोना वायरस के संक्रमण की चेन को तोड़ा जा सके.
वहीं, दूसरी ओर इस लॉकडाउन में जो लोग फंसे हैं उनकी मदद करने का भी पूरा प्रयास झारखंड पुलिस कर रही है. लॉकडाउन में राज्य के सभी हिस्से में गरीब, असहाय और जरूरतमंदों तक झारखंड पुलिस खाना और जरूरी सामान पहुंचा रही है.
राज्य में अति नक्सल प्रभावित इलाकों में करीब 70 पुलिस पिकेट व थाने हैं. जहां कम्युनिटी किचन शुरू कर दी गयी है. झारखंड पुलिस के द्वारा कोई भी व्यक्ति, कोई भी परिवार भूखा न रहे, इसका ख्याल रखा जा रहा है.
गांव-गांव में यह संदेश पहुंचा दिया गया है कि राज्य सरकार की पहल पर झारखंड पुलिस सुबह 11 बजे से शाम पांच बजे तक मुफ्त में भोजन करा रही है. लॉकडाउन के दौरान झारखंड पुलिस 7.50 से अधिक लोगों को भोजन करा चुकी है.
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नक्सलियों के खिलाफ सुरक्षाबलों ने बढ़ायी अपनी सतर्कता
नक्सली संगठन भाकपा माओवादी के सदस्य लगातार अपनी पैठ बनाने के लिए प्रयासरत हैं. झारखंड के नक्सल प्रभावित इलाकों में नक्सली संगठनों द्वारा गांव में सक्रियता बढ़ायी गयी है. लगातार मिल रही सूचनाओं के अनुसार, अपना आधार बढ़ाने के लिए नक्सली गांव वालों के साथ न सिर्फ मेलजोल बढ़ा रहे हैं बल्कि कई नीतियों पर भी अमल कर रहे हैं.
नक्सली संगठन के सदस्य गांव में जाकर बैठक कर रहे हैं. और व्यापक प्रचार-प्रसार भी कर रहे हैं. लॉकडाउन के कारण ग्रामीण इलाके में पुलिस की सक्रियता पहले जैसी नहीं है. इसका फायदा भी नक्सली उठा रहे हैं. हालांकि ऐसी सूचनाएं मिलने के बाद सुरक्षाबलों ने अपनी सतर्कता बढ़ा दी है. पुलिस लगातार नक्सलियों के खिलाफ कार्रवाई कर रही है. वहीं नक्सली पुलिस की कार्रवाई से बैकफुट पर हैं.
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