
Ranchi : राज्य में विपक्षी दलों के महागठबंधन में सीट शेयरिंग पर गुरुवार को भी कोई विशेष निर्णय नहीं हो सका. बुधवार को दिल्ली गये जेएमएम के कार्यकारी अध्यक्ष हेमंत सोरेन का कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी या पार्टी के वरिष्ठ से मुलाकात होने की अटकलें थीं, लेकिन ऐसा कुछ नहीं हो सका. कांग्रेस के उच्च पदस्थ सूत्रों ने बताया है कि राहुल गांधी और पार्टी प्रभारी आरपीएन सिंह पंजाब दौरे पर हैं, ऐसे में अब सीट शेयरिंग पर शुक्रवार या शनिवार तक ही कोई बात बन सकती है. दूसरी ओर प्रदेश कांग्रेस कमिटी ने भी गत मंगलवार को राज्य के विभिन्न लोकसभा क्षेत्रों में उम्मीदवार तय करने के लिए स्क्रीनिंग कमिटी की बैठक की थी. इसमें प्रत्याशियों के नामों पर चर्चा हुई थी.
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वोटों का बिखराव नहीं होने की कही थी बात


दिल्ली जाने से पहले मीडिया से बातचीत में हेमंत सोरेन ने वोटों का बिखराव नहीं होने की बात कही थी. कहा था, “हमारा प्रयास है कि वोटों का बिखराव किसी भी हालत में नहीं हो.” जहां वोटों के बिखराव की आंशका है, उसपर भी उन्होंने चर्चा होने की बात कही थी. वहीं, महागठबंधन का मामला फंसने के सवाल पर हेमंत सोरेन ने कहा था कि वर्तमान परिदृश्य में यह जरूरी है कि भाजपा को करारी शिकस्त दी जाये. इसके लिए साझा विपक्ष एकजुट होकर चुनाव जरूर लड़ेगा. हालांकि, उन्होंने यह भी कहा था कि लोकसभा चुनाव से पहले महागठबंधन के सभी नेता बैठकर आपसी सहमति से विधानसभा सीट पर भी बातचीत करें.




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7, 4, 2, 1 पर चुनाव लड़ने की है चर्चा
कांग्रेस के एक नेता ने न्यूज विंग को बताया कि हेमंत सोरेन के दिल्ली जाने पर यह अटकलें लगायी गयी हैं कि महागठबंधन के स्वरूप पर बात होगी, लेकिन यह पूरी तरह से निराधार है. पहले ही अध्यक्ष राहुल गांधी से मुलाकात के बाद यह तय हो गया है कि साझा विपक्ष एकजुट होकर 7, 4, 2, 1 के फॉर्मूले पर लोकसभा चुनाव लड़ेगा. इसमें कांग्रेस 7, जेएमएम 4, जेवीएम 2 और राजद 1 सीट पर चुनाव लड़ेगा. उन्होंने कहा कि जेएमएम नेता तो केवल जमशेदपुर और खूंटी के मुद्दे पर बातचीत करने के लिए दिल्ली आये हैं. वहीं, गोड्डा में कांग्रेस विधायक इरफान अंसारी की सीट दावेदारी की बात पर उनका कहना है कि कांग्रेस विधायक का यह दावा किसी भी तरह से पुख्ता नहीं दिखता है. हालांकि, इस पर कोई निर्णय पार्टी प्रभारी ही शीर्ष नेतृत्व के समक्ष रखेंगे.
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