
Ranchi: पूर्व ओलंपियन और हॉकी लीजेंड माइकल किंडो की प्रतिमा सिमडेगा जिला मुख्यालय में लगायी जायेगी. सिमडेगा विधायक भूषण बाड़ा ने इसकी घोषणा की है. बाड़ा के कहा कि माइकल की प्रतिमा लगाने से लोग उनके जीवन से प्रेरणा लेते रहेंगे. माइकल ने हॉकी खेल के माध्यम से देश के साथ ही विदेशों में भी अपनी अलग पहचान बनायी. झारखंड और देश का नाम रोशन किया. इधर हॉकी सिमडेगा ने सीएम हेमंत सोरेन से आग्रह किया है कि माइकल ने विश्व के सभी बड़ी हॉकी प्रतियोगिताओ में देश का प्रतिनिधित्व किया है और पदक जीते हैं. सिमडेगा में इस महान खिलाड़ी का पैतृक जिला है. यहां स्थित एस्ट्रोटर्फ स्टेडियम का नामकरण उनके नाम पर करके राज्य सरकार उन्हें सच्ची श्रद्धांजलि दे.
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बइघमा जाने का बनाया जायेगा रास्ता
अर्जुन अवार्ड से सम्मानित किंडो का 31 दिसंबर, 2020 को निधन हो गया था. भूषण बाड़ा ने 2 दिसंबर को माइकल किंडो के परिजनों से मुलाकात की. किंडो का गांव कुरडेग प्रखंड के बइघमा में है. बाड़ा ने कहा कि एक शानदार खिलाड़ी के साथ ही किंडो एक महान गुरु भी थे. जिला मुख्यालय में प्रतिमा लगाने की घोषणा के अलावे उन्होंने कहा कि माइकल के गांव के पहुंचने के पथ को भी दुरुस्त कराया जायेगा. गांव में पेयजल की भी समुचित व्यकवस्था करायी जाएगी.
माइकल के नाम पर हो एस्ट्रो टर्फ स्टेडियम
हॉकी सिमडेगा के प्रमुख मनोज कोनबेगी के अनुसार माइकल सिमडेगा के साथ साथ समूचे झारखंड के लिये अनमोल विभूति थे. माइकल बइघमा गांव से थे. सेना की नौकरी करते हुए वे भारतीय टीम में शामिल हुए थे. सेना से रिटायरमेंट के बाद वे बाद सेल, राउरकिला में हॉकी की ट्रेनिंग देते थे. वे वहीं बस गये थे. बावजूद इसके वह हमेशा सिमडेगा आते थे. इसके साथ ही युवा खिलाड़ियों से मिलकर अपने अनुभवों को साझा कर खिलाड़ियों को प्रोत्साहित करते थे. ट्वीट करते हुए मनोज ने कहा कि माइकल वर्ल्ड कप-1971 में कांस्य,1973 में रजत, 1975 में स्वर्ण तथा 1972 के ओलम्पिक में कांस्य पदक विजेता खिलाड़ी रहे थे. विश्व की सभी बड़ी प्रतियोगिताओ में उन्होंने देश का प्रतिनिधित्व किया था. उन्होंने सीएम से आग्रह किया कि इस महान खिलाड़ी को उनके पैतृक जिला सिमडेगा में और भी सम्मान मिले. यहां के एस्ट्रोटर्फ स्टेडियम का नामकरण माइकल के नाम पर कर सरकार उन्हें सच्ची श्रद्धांजलि दी जाए.
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