
New Delhi. केन्द्र सरकार द्वारा संसद में पेश किए गए तीन कृषि विधेयकों को लेकर राजनीति तेज हो गई है. एनडीए के सबसे पुराने सहयोगी शिरोमणि अकाली दल भी इस बिल के खिलाफ है और हरसिमरत कौर केन्द्रीय मंत्री पद से इस्तीफा दे चुकी हैं. हालांकि शिरोमणि अकाली दल अभी भी एनडीए का हिस्सा है.
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वहीं, दूसरी तरफ पूर्व कांग्रेस प्रवक्ता ने इस मुद्दे पर भाजपा का साथ दिया है और कांग्रेस पर निशाना साधा है. पूर्व कांग्रेस प्रवक्ता संजय झा ने कहा- कृषि बिल में जो बातें है वो 2019 के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस के घोषणा पत्र में भी थीं.
क्या कहा संजय झा ने
संजय झा ने ट्वीट करते हुए कहा- ‘साल 2019 के लोकसभा चुनाव से पहले कांग्रेस ने भी अपने घोषणापत्र में एपीएमसी अधिनियम को खत्म करने और कृषि उत्पादों को प्रतिबंधों से मुक्त करने की बात कही थी. कांग्रेस ने जो वादा अपने घोषणापत्र में किया था, वही मोदी सरकार ने पूरा किया है. इस मुद्दे पर बीजेपी और कांग्रेस एकमत हैं’
Folks, in our Congress Manifesto for 2019 Lok Sabha elections, we had ourselves proposed abolition of APMC Act and making agricultural produce free from restrictions. This is what Modi government has done in the farmers bills. BJP and Congress are on the same page here.
— Sanjay Jha (@JhaSanjay) September 18, 2020
हरसिमरत कौर ने दिया इस्तीफा
उत्पाद, व्यापार और वाणिज्य ( संवर्धन और सुविधा ) अध्यादेश 2020, किसान सशक्तीकरण और संरक्षण अध्यादेश और आवश्यक वस्तु (संशोधन) बिल के खिलाफ हरसिमरत कौर बादल ने केंद्रीय मंत्री पद से इस्तीफ़ा दे दिया. उन्होंने इस्तीफा देने के बाद कहा था, ‘मैंने केंद्रीय मंत्री पद से किसान विरोधी अध्यादेशों और बिल के ख़िलाफ़ इस्तीफ़ा दे दिया है. किसानों की बेटी और बहन के रूप में उनके साथ खड़े होने पर गर्व है.’
पीएम मोदी ने कहा- भ्रम में मत रहिए
पीएम मोदी ने इन विधेयकों को लेकर कहा- मैं देश के किसानों को स्पष्ट संदेश देना चाहता हूं। आप किसी भी भ्रम में मत पड़िए। जो लोग किसानों की रक्षा का ढिंढोरा पीट रहे हैं, दरअसल वे किसानों को अनेक बंधनों में जकड़कर रखना चाहते हैं। वे बिचौलियों का साथ दे रहे हैं, वे किसानों की कमाई लूटने वालों का साथ दे रहे हैं.