
Ranchi : झारखंड में सुरक्षाबलों पर हमला करने के लिए नक्सलियों ने बड़ी साजिश रची है. जवानों को निशाना बनाने के इरादे से बीहड़ व जंगलों में बम लगा रखा है. पुलिस ने चाईबासा, लोहरदगा, गुमला सहित राज्य के सुदूरवर्ती इलाकों से अलग-अलग समय बड़ी संख्या में आईडीई बम की बरामदगी की है. बेशक, विस्फोटक के प्रति पुलिस अलर्ट है, बावजूद इसके कई बार विस्फोट की चपेट में पुलिस जवान आ चुके हैं.
इधर, पुलिस के समक्ष आत्मसमर्पण करने वाले जोनल कमांडर जीवन कंडुलना ने भी इस संबंध में कई अहम खुलासे किये हैं. झारखंड में पूर्व में आईईडी लगे तीर बम, आईईडी बम, केन बम और प्रेशर बम की बरामदगी के बाद इस बात का खुलासा हुआ हैं की छत्तीसगढ़ के नक्सली झारखंड के सारंडा और बूढ़ा पहाड़ पर जमे हुए हैं. छत्तीसगढ़ के नक्सली बम लगाने और बनाने में माहिर हैं. विस्फोटक लगाने में छत्तीसगढ़ के नक्सलियों का ही हाथ बताया जा रहा है.
जोनल कमांडर जीवन कंडुलना के मुताबिक, चाईबासा में कई जगहों पर पुलिस बलों को टारगेट करने के लिए आईईडी बम लगाए गए हैं. जीवन की निशानदेही पर चली अभियान के बाद अलग-अलग जगहों से आईईडी की बरामदगी भी हुई है. पुलिस मुख्यालय से पुलिसकर्मियों को स्पष्ट निर्देश है कि अभियान या मूवमेंट के दौरान कच्चे रास्तों पर मूवमेंट ना करें. अभियान में बम डिस्पोजल स्कवायड की टीम साथ-साथ होगी.
जीवन कंडुलना की निशानदेही पर भारी मात्रा में हथियार और कारतूस बरामद
चाईबासा: दस लाख रुपये का इनामी भाकपा माओवादी संगठन का जोनल कमांडर जीवन कंडुलना के द्वारा रांची में आत्मसमर्पण करने के बाद उसकी निशानदेही पर चाईबासा पुलिस ने भारी मात्रा में हथियार व कारतूस बरामद की है. पुलिस ने सोनुवा थाना अंतर्गत केड़ावीर टोला टेंडरकोचा के जंगल से चार रायफल, बड़ी संख्या में कारतूस व विस्फोटक सामग्री बरामद किया है. बरामद सामान में .303 रायफल 1, .315 रायफल 3, गोली 220 पीस, गोली पाउच 2, हैंड ग्रेनेड 2 पीस, कोडेक्स वायर, डेटोनेटर 1 पीस तथा कई समान शामिल है. यह जानकारी कोल्हान रेंज के डीआईजी राजीव रंजन ने दी है. डीआईजी ने कहा है कि यह जांच का विषय है कि नक्सलियों के पास इतनी बड़ी संख्या में गोलियां किस माध्यम से पहुंच रहा है.