
Bengaluru : कर्नाटक में कांग्रेस-जेडीएस सरकार पर संकट के बादल छा गये हैं. यहां लंबे समय से चला आ रहा सत्ता का संकट गहरा गया है. खबर है कि शनिवार को कांग्रेस-जेडीएस के आठ विधायक इस्तीफा देने पहुंचे थे. इसके ठीक बाद तीन और विधायक इस्तीफा देने के लिए पहुंचे हैं. सूत्रों के अनुसार अगर 11 विधायक इस्तीफा दे देते हैं तो कांग्रेस-जेडीएस के गठबंधन वाली कुमारस्वामी के नेतृत्व वाली सरकार गिर सकती है.
जानकारी के अनुसार शनिवार जुलाई) को इस्तीफा देने पहुंचे विधायकों में रमेश जर्कीहोली, एच विश्वनाथ, प्रताप गौड़ा पाटिल भी शामिल हैं. कर्नाटक विधानसभा के स्पीकर केआर रमेश कुमार भी सदन से गायब बता जा रहे हैं. साथ ही इस्तीफा देने पहुंचे विधायकों के फोन भी बंद होने की खबर है.
कांग्रेस-जेडीएस गठबंधन सरकार पर संकट को देखते हुए डिप्टी सीएम जी परमेश्वर और मंत्री डीके शिवकुमार बेंगलुरु में विधायकों और अन्य नेताओं की आपातकालीन बैठक बुलाई है. जान लें कि कांग्रेस-जेडीएस अमित शाह और बीएस येदियुरप्पा पर तोड़फोड़ और ललचाने का आरोप लगाते रहे हैं.


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कर्नाटक में कुल 224 विधानसभा सीटें हैं
कर्नाटक में कुल 224 विधानसभा सीटें हैं. मई 2018 में हुए विधानसभा चुनाव में यहां भाजपा सबसे बड़ी पार्टी बन कर उभरी थी, लेकिन बहुमत से दूर रही थी. उसके बाद तीसरे नंबर पर रही जेडीएस और दूसरे नंबर पर रही कांग्रेस ने मिलकर गठबंधन की सरकार बनाई थी. वर्तमान में भाजपा के पास 105 विधायक हैं और मौजूदा परिस्थितियों के लिहाज से बहुमत का आंकड़ा 107 बताया जा रहा है.
बता दें कि 2008 के विधानसभा चुनाव में भाजपा को 110 सीटें मिली थीं, तब भी वह बहुमत के आंकड़े से थोड़ी ही दूर रह गयी थी. तब ऑपरेशन लोटस के दम पर भाजपा ने सत्ता पर काबिज हुई थी. उस समय कांग्रेस-जेडीएस के 8 आठ विधायकों ने इस्तीफा देकर भाजपा के टिकट पर उपचुनाव लड़ा था. इनमें से पांच विधायक चुनाव जीत कर फिर से विधानसभा पहुंच गये थे.