
Ranchi : राजधानी रांची में सफाई का काम कर चुकी कंपनी एस्सेल इंफ्रा को पिछले वर्ष जून माह में टर्मिनेट किया गया था. उस वक्त कंपनी 33 वार्डों में सफाई का काम करती थी.
टर्मिनेट होने के बाद कंपनी में कार्यरत ड्राइवर और सुपरवाइजर को निगम के अंतर्गत काम में लिया जाना था. लेकिन अब निगम के कुछ अधिकारियों पर ऐसे आरोप लग रहे हैं कि उन्होंने कर्मचारियों से पैसे लेकर उन्हें निगम में मर्ज कराया.
नाम नहीं लिखने के शर्त पर कुछ ड्राइवरों और सुपरवाइजरों ने बताया है कि इस खेल की पीछे निगम की स्वास्थ्य शाखा के कई अधिकारी हैं.


बताया जा रहा है कि ऐसे एक ड्राइवर से 25,000-30,000 और सुपरवाइजरों से 40,0008-50000 की राशि बतौर कमीशन ली गयी है.




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पिछले वर्ष टर्मिनेट हुई थी कंपनी, निगम में शामिल हुए कर्मी
पिछले साल सफाई का काम करने वाली कंपनी एस्सल इंफ्रा को उसकी खराब कार्यशैली को देखते हुए टर्मिनेट किया गया था. वेतन नहीं मिलने से नाराज कंपनी के कर्मचारी लगातार हड़ताल पर रहते थे.
इससे 33 वार्डो में सफाई का काम प्रभावित होता था. पार्षदों के लगातार विरोध को देखकर ही कंपनी को टर्मिनेट किया गया.
टर्मिनेशन के बाद वहां काम रहे कर्मचारियों को निगम में लिया जाना था. सुपरवाइजरों की संख्या 32 और ड्राइवरों की संख्या 150 के करीब थी.
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कर्मियों ने कहा- जितना हो सका उतनी राशि दी
नाम नहीं छापने की शर्त पर एक सुपरवाइजर ने बताया कि जब कंपनी को टर्मिनेट किया गया, उस समय कंपनी के सभी कर्मचारियों को निगम में मर्ज कराने के लिए स्वास्थ्य शाखा के कुछ अधिकारियों ने बड़ी राशि की मांग की.
घर चलाने की जरूरत थी, ऐसे में इन कर्मचारियों ने अपनी क्षमता के अनुसार निगम के अधिकारियों को मनमानी राशि उपलब्ध करायी. एक ड्राइवर ने यहां तक बताया कि स्वास्थ्य शाखा के अधिकारियों को कर्मचारियों ने कमीशन की राशि दी है.
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