
Ranchi: सूबे के डीजीपी एमवी राव ने कहा है कि झारखण्ड पुलिस सोशल मीडिया और नुक्कड़ सभा के माध्यम से आम लोगों से सीधे तौर पर जुड़े. डीजीपी ने कहा कि राज्य में एक लाख पुलिस के जवान हैं. इसके साथ ही झारखण्ड पुलिस, सीआरपीएफ और होमगार्ड के जवान राज्य में चारों तरफ फैले हुए हैं. उन्होंने कहा कि यदि जवान सीधे तौर पर जुड़ेंगे तो कहीं ना कहीं झारखंड पुलिस को जनता से सीधा संवाद करने आसानी होगी. डीजीपी का कहना है कि अपराधियों को कम से कम स्पेस देना चाहिए. उन्होंने कहा कि हमें यह सुनिश्चित करना होगा अपराधी अपनी मंशा में कामयाब नहीं हो पाए.
सोशल मीडिया पर जहर उगलना भी खतरनाक
झारखण्ड पुलिस के मुखिया का कहना है कि ऐसे कई लोग हैं जो सोशल मीडिया पर जबर उगलने का काम करते हैं. डीजीपा ने कहा कि यह कहीं ना कहीं बहुत ही खतरनाक है. ऐसे लोगों को कोई जानकारी नहीं होती और सोशल मीडिया में नासूर बने हुए हैं. उनमें उनमें और सुपारी किलर में कोई अंतर नहीं है. डीजीपी ने कहा कि राज्य के प्रत्येक पुलिसकर्मी को 50-50 लोगों से जुड़कर उनसे संवाद स्थापित करने का आदेश दिया जा रहा है, ताकि बिचौलियों को कम से कम जगह मिल सके.
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