
NewDelhi : यूपीए सरकार के समय से ठंडे बस्ते में पड़ी तीनों सेनाओं के लिए तीन स्पेशल डिवीजनों के गठन को मेादी सरकार ने मंजूरी दे दी है. बता दें कि स्पेस, साइबर और स्पेशल फोर्सेस डिवीजन को मंजूरी प्रदान की गयी है. सर्जिकल स्ट्राइक की पूर्व संध्या पर प्रधानमंत्री मोदी ने इस पर मुहर लगा दी. यूपीए सरकार के समय में यह मामला उठा था, लेकिन कुछ हो नहीं पाया. खबरों के अनुसार इन तीन डिवीजनों के गठन और नये फॉर्मेशन के सभी पहलुओं पर लंबी चर्चा के बाद मोदी ने हामी भरी. जोधपुर में शुक्रवार को प्रधानमंत्री मोदी की अध्यक्षता में हुई सामूहिक कमांडर कांफ्रेंस में इस पर फैसला लिया गया. जानकारी के अनुसार इन तीनों एजेंसियों का नेतृत्व पहले सैन्य कमांडर रैंक के अधिकारी को दिये जाने की योजना थी. लेकिन अब सेना के मेजर जनरल और नौसेना एवं वायुसेना में उनके समकक्ष अधिकारी को फॉर्मेशन की जिम्मेदारी मिलेगी.
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आने वाले समय में होने वाले युद़ध आधुनिक होंगे
पीएम मोदी ने इस क्रम में सेना के वरिष्ठ कमांडरों से कहा कि वैश्विक शक्तियां अपनी संख्या घटा रही हैं, जबकि भारतीय सेनाएं लगातार संख्या बल बढ़ाने की मांग करती हैं. इसके बाद विचार-विमर्श के बाद तीन नयी कमान के गठन व छोटी फॉर्मेशन बनाने का फैसला हुआ. बता दें कि हाल ही में सेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत ने सेना पुनर्गठन पर कहा था कि आने वाले समय में होने वाले युद़ध आधुनिक होंगे. उसके लिए हमें आधुनिक तकनीक से लैस होना होगा. कहा कि आजकल नॉनकॉन्टैक्ट वॉर यानी साइबर वॉर फेयर, साइक्लोजिकल वॉर फेयर, इनफॉरमेशन टेक्नोलॉजी, स्पेस वॉर फेयर की बात की जा रही है.
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