
Lucknow : इलाहाबाद हाई कोर्ट की लखनऊ खंडपीठ में हाथरस कांड की सुनवाई आज सोमवार दोपहर बाद शुरू हुई और शाम 4:30 बजे खत्म हो गयी. अगली सुनवाई 2 नवंबर को होगी. बता दें कि यूपी के हाथरस 19 साल की दलित युवती के साथ कथित सामूहिक बलात्कार और मौत के मामले की सुनवाई की गयी. पीड़ित परिवार की अधिवक्ता सीमा कुशवाहा ने कहा कि परिवार ने प्रशासन पर आरोप लगाया कि बिना सहमति के अंतिम संस्कार किया गया, सुनवाई के बाद पीड़ित परिवार के साथ मौजूद रहे अपर मुख्य सचिव (गृह विभाग) अवनीश के अवस्थी, डीजीपी एचसी अवस्थी और स्थानीय प्रशासन, डीएम और एसपी समेत अन्य अधिकारी हाईकोर्ट से बाहर निकल गये.
The Court will give a decision. The next date of hearing is 2nd November, 2020: Aditional Advocate General VK Shahi, representing Uttar Pradesh government before Lucknow Bench of Allahabad High Court, in #Hathras case https://t.co/zh7SB1q16E pic.twitter.com/gRku23HlUa
— ANI UP (@ANINewsUP) October 12, 2020


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परिजन सोमवार सुबह छह बजे हाथरस से लखनऊ के लिए रवाना
हाथरस मामले में इलाहाबाद हाईकोर्ट की लखनऊ बेंच के समक्ष यूपी सरकार का प्रतिनिधित्व करने वाले अतिरिक्त महाधिवक्ता वीके शाही ने जानकारी दी कि कोर्ट ने पीड़ित परिवार के लोगों से पूछताछ की है. सरकार के उच्च अधिकारियों से भी कोर्ट ने पूछताछ की है. मामला अभी विचाराधीन है. मामले में अगली तारीख 2 नवंबर तय की गयी है. बता दें कि कड़ी सुरक्षा व्यवस्था में पीड़िता के माता पिता समेत पांच परिजन सोमवार सुबह छह बजे हाथरस से लखनऊ के लिए रवाना हुए थे और दोपहर को इलाहाबाद हाईकोर्ट पहुंचे थे.
लखनऊ पीठ ने हाथरस कांड का स्वत: संज्ञान लिया
लखनऊ पीठ ने हाथरस कांड का स्वत: संज्ञान लेते हुए इस मामले में आला अधिकारियों को एक अक्टूबर को तलब किया था. न्यायालय ने घटना के बारे में बयान देने के लिए मृत पीड़िता के परिजनों को बुलाया था. एक अक्टूबर को ही न्यायमूर्ति राजन रॉय और न्यायमूर्ति जसप्रीत सिंह ने प्रदेश के गृह विभाग के अपर मुख्य सचिव, पुलिस महानिदेशक और अपर पुलिस महानिदेशक, जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक हाथरस को घटना के बारे में स्पष्टीकरण देने के लिए 12 अक्टूबर को अदालत में तलब किया था.
घटना को लेकर विपक्ष ने राज्य सरकार पर जबरदस्त हमला बोला
14 सितंबर को हाथरस जिले के चंदपा थाना क्षेत्र में 19 साल की एक दलित लड़की से चार युवकों ने कथित रूप से सामूहिक बलात्कार किया था. इस घटना के बाद हालत खराब होने पर उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया था. बाद में उसे दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल ले जाया गया था, जहां गत 29 सितंबर को उसकी मृत्यु हो गयी थी. इस घटना को लेकर विपक्ष ने राज्य सरकार पर जबरदस्त हमला बोला था. हालांकि इस मामले को अब सीबीआई को सौंप दिया गया है और सीबीआई टीम हाथरस पहुंच चुकी है.
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