
NewDelhi : सोशल मीडिया पर अफवाहों से परेशान केंद्र सरकार ने एक बार फिर गूगल, ट्विटर, व्हाट्सएप और अन्य सोशल मीडिया प्लेटफार्मों को कडी चेतावनी दी है. बता दें कि गृह मंत्रालय ने इन सभी कंपनियों को अपने-अपने प्लेटफार्म पर शांति भंग करने वाली अफवाहों व सांप्रदायिक संदेशों सहित राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए खतरा बनने वाली सभी तरह की गतिविधियों पर लगाम लगाने को कहा है. इस संबंध में गृह मंत्रालय एक अधिकारी ने कहा कि केंद्रीय गृह सचिव राजीव गाबा ने फेसबुक और इंस्टाग्राम समेत सभी सोशल मीडिया प्लेटफार्मों के प्रतिनिधियों के साथ बुधवार को बैठक की और सभी को सरकार के सख्त रुख के बारे में बताया.
इस क्रम में उन्हें देश में शिकायत निवारण अधिकारी नियुक्त करने सहित ऐसे मामलों की जांच कर रही सरकारी एजेंसियों के साथ जानकारी साझा करने के लिए सिस्टम बनाने का भी निर्देश दिया गया.
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सोशल मीडिया के जरिए फैले घृणा संदेशों और अफवाहों के कारण हिंसक घटनाएं बढ़ीं
बता दें कि हाल के महीनों में सोशल मीडिया प्लेटफार्मों के जरिए फैले घृणा संदेशों और अफवाहों के कारण हिंसक घटनाओं के कई मामले सामने आये हैं. इनमें महिलाओं के खिलाफ हुए मामले भी शामिल हैं. इससे सरकार की किरकिरी हुई है, लेकिन इंटरनेट के महारथी निजता के नाम पर अपने उपभोक्ताओं का ब्योरा और संदेशों का मूल उत्पत्ति स्थल बताने से कतरा रहे हैं. बता दें कि इनमें से अधिकतर के मुख्यालय भारत से बाहर होने के कारण सरकार को इन पर शिकंजा कसने में परेशानी हो रही है.