
New Delhi: कई सालों से चले आ रहे अयोध्या विवाद के लिए बुधवार का दिन काफी अहम है. सुप्रीम कोर्ट में राम मंदिर और बाबरी मस्जिद विवाद अंतिम सुनवाई शुरू हो गयी है.
Chief Justice of India (CJI) Ranjan Gogoi while dismissing intervention application of one of the parties Hindu Maha Sabha in #Ayodhya land case: This matter is going to be over by 5 pm today. Enough is enough. https://t.co/wOxgLGEoWB
— ANI (@ANI) October 16, 2019


दरअसल, अयोध्या मामले पर हो रही रोजाना सुनवाई का बुधवार को 40वां दिन है. वहीं मंगलवार को हिंदू पक्ष की सुनवाई के दौरान सर्वोच्च न्यायालय के चीफ जस्टिस रंजन गोगोई ने कहा था कि हम चाहते हैं इसे सुनवाई करे 40वें दिन पूरी कर ली जाए.




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शाम पांच बजे के बाद ना बहस, ना दलील
बुधवार को सुप्रीम कोर्ट में जब सुनवाई शुरू हुई तो सभी पक्षकारों ने अपनी ओर से लिखित बयान कोर्ट में पेश किए हैं. सुप्रीम कोर्ट ने इस दौरान किसी भी टोका-टाकी पर मनाही की है.
साथ ही सीजेआइ ने कहा है कि अब बहुत हुआ, शाम 5 बजे तक इस मामले में पूरी सुनवाई पूरी होगी. और यही बहस का अंत होगा.
बुधवार को शीर्ष अदालत में हिंदू और मुस्लिम पक्षकार अपनी अंतिम दलीलें रख रहे हैं. हिंदू पक्षकारों को अपनी दलील रखने के लिए 45-45 मिनट का समय दिया गया है. जबकि मुस्लिम पक्ष की ओर से वकील राजीव धवन को एक घंटे का समय दिया जाएगा.
हालांकि, सीजेआइ की सख्ती देखकर साफ है कि इससे अधिक समय किसी वकील को नहीं मिलेगा. यानि शाम पांच बजे के बाद ना कोई दलील ना बहस होगी.
बता दें कि पहले कोर्ट ने सुनवाई खत्म करने के लिए 18 अक्टूबर और फिर बाद में 17 अक्टूबर का वक्त दिया था लेकिन मंगलवार को यह एक दिन और कम हो गई.
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इलाहाबाद HC ने विवादित जमीन को 3 हिस्सों में बांटा था
इससे पहले 2010 में इलाहाबाद हाईकोर्ट ने अयोध्या मामले में अपना फैसला सुनाते हुए कहा था कि अयोध्या के 2.77 एकड़ का क्षेत्र तीन हिस्सों में समान रुप से बांट दिया जाए. एक हिस्सा सुन्नी वक्फ बोर्ड, दूसरा निर्मोही अखाड़ा और तीसरा रामलला विराजमान को मिले.
लेकिन हाईकोर्ट के फैसले के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में 14 याचिकाएं दाखिल की गई थीं. जिनपर 16 अक्तूबर 2019 को अंतिम सुनवाई जारी है, पूरे देश को इसे लेकर आनेवाले फैसले का इंतजार है.
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