
Ranchi: इंदिरा गांधी नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ आर्ट की ओर से पांच दिवसीय वर्कशॉप सह प्रदर्शनी का आयोजन आर्यभट्ट सभागार में किया गया. जिसमें कई स्कूलों और कॉलेजों के विद्यार्थियों ने हिस्सा लिया. इस पांच दिवसीय वर्कशॉप के माध्यम से युवाओं को मिट्टी से विभिन्न चीजें बनाना सिखाया जा रहा है. युवा सबसे ज्यादा मिट्टी के मुखौटे बना रहे हैं. इसकी बारीकियों को सीख रहे हैं. प्रदर्शनी में अलग-अलग तरह के मुखौटे और क्षेत्रीय परिधानों से लोगों को रू-ब-रू कराया जा रहा है. सुशांत कुमार महापात्रा ने बताया कि वर्कशॉप सह प्रदर्शनी में क्षेत्रीय सभ्यता संस्कृति से जुड़ी वस्तुओं को दर्शाया गया है. वैसी चीजों को प्रमुखता दी गयी है जो समय के साथ लुप्त हो रही हैं. उन्होंने बताया कि वर्कशॉप में युवा काफी उत्साह के साथ भाग ले रहे हैं. पहले दिन लगभग 15 छात्र-छात्राएं वर्कशॉप में शामिल हुए.
देखें वीडियो –


इसे भी पढ़ें – एक लाख रोजगार के दावे का सचः सरकारी आंकड़ों के हिसाब से 5420 को ही मिली नौकरी




अलग-अलग तरह के मुखौटे बना रहे युवा
यहां युवाओं को अलग अलग तरह के मुखौटे बनाते देखा जा रहा है. जो आकर्षण का केंद्र है. सुशांत कुमार ने जानकारी दी कि पांच दिवसीय वर्कशॉप में बेसिक से युवाओं को बताया जाएगा. कम से कम इतनी जानकारी दे दी जाएगी कि खुद से प्रैक्टिस कर युवा आगे कुछ बना पाएं. जिसमें मोल्ड से लेकर विभिन्न तरह के चेहरे बनाना युवा सीख रहे हैं.
इसे भी पढ़ें – लोस चुनाव की तैयारी में जुटी साहेबगंज पुलिस, बॉर्डर एरिया को किया गया सील
ढोल और नगाड़ा भी है प्रदर्शनी में
यहां न सिर्फ युवाओं को मुखौटे बनाना सिखाया जा रहा है. बल्कि प्रदर्शनी में क्षेत्रीय संस्कृति से जुड़ी कई चीजों को लगाया गया है. जिसमें छउ नृत्य की अलग-अलग मुद्राओं के अलग-अलग मुखौटे, क्षेत्रीय वाद्य यंत्र, परिधान, आभूषण आदि लगाये गये हैं. बताया गया कि मुखौटा समेत अन्य चीजों को बनाने के लिए संस्थान की ओर से मिट्टी उपलब्ध करायी गयी है. सुशांत ने बताया कि मिट्टी की परेशानी शहरी क्षेत्र में अधिक होती है. इसलिए पहले से ही मिट्टी उपलब्ध कराया गया है. आयोजन में सुमित कुमार, डाकेश्वर महतो, रवि नायक, बंधु महतो समेत अन्य अपना योगदान दे रहे हैं.
इसे भी पढ़ें – चुनाव के दौरान सुरक्षा के होंगे कड़े इंतजाम, सुरक्षा बलों को सिखाया जा रहा है बम डिफ्यूज करने का तरीका