
Delhi Bureau
NEW DELHI: उत्तर प्रदेश के लखनऊ में यूपी ATS ने दो संदिग्ध आतंकवादियों को गिरफ्तार किया है. पकड़े गए आंतकियों का संबंध आतंकी संगठन अलकायदा से होने का शक जताया गया है. खबर है कि इन आतंकियों के निशाने पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, प्रदेश बीजेपी अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह, संगठन महामंत्री सुनील बंसल समेत कई बीजेपी नेता थे. इनके पास से प्रेशर कुकर बम और अन्य हथियार और दस्तावेज बरामद हुए हैं. ये आतंकी अगले दो-तीन दिनों में किसी बड़ी घटना को अंजाम देने की फिराक में थे.
पकड़े गए एक संदिग्ध का नाम शाहिद है. वह मलिहाबाद का रहने वाला बताया गया है. जिस मकान पर छापा पड़ा वह शाहिद का ही है, यहां वह परिवार के साथ रहता है और मोटर मैकेनिक का काम करता है. मकान में सर्च ऑपरेशन चल रहा है.
पकड़े गए आतंकियों का अलकायदा लिंक के संकेत मिलने के बाद दिल्ली से भी खुफिया एजेंसी की एक टीम लखनऊ के लिए रवाना हो गई है.
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मौके परक एनएसजी कमांडो को भी तैनात किया गया है, क्योंकि माना जा रहा है कि इस इलाके में कुछ औक आतंकी छिपे हो सकते हैं. तमात मोकरेबै, ने साल 2014 इंडिया सबकॉन्टिनेंट का एलान किया था. खुफिया एजेंसियों ने बाद में खुलासा किया था कि अलकायदा इंडिया सबकॉन्टिनेंट का चीफ उत्तर प्रदेश के सम्भल का रहने वाला है, जिसका नाम मौलाना असीम उमर है. बहुत पहले असीम उमर पाकिस्तान शिफ्ट हो गया था जो बाद मे अलकायदा से जुड़ गया. कुछ साल पहले मौलाना असीम उमर को अफगानिस्तान में अफगान एजेंसियों ने मार गिराया था.
लखनऊ के जिस काकोरी इलाके से दोनों आतंकियों को पकड़ा गया है, वो बहेद संवेदनशील इलाका है. तीन साल पहले भी इसी इलाके में कुख्यात आतंकी सैफुल्लाह का एनकाउंटर हुआ था. 8 मार्च 2017 को वो मुठभेड़ करीब 12 घंटे चली थी, जिसमें आतंकी सैफुल्लाह को मारा गिराया गया था.