
Tirupati : Yes Bank पर छाये संकट से तिरुमला तिरुपति देवस्थानम बच गया है. खबरों के अनुसार तिरुपति मंदिर ने बैंक में 1300 करोड़ रुपये की एफडी कराई थी, जो इस साल मार्च में मैच्योर होने वाली थी लेकिन मंदिर प्रशासन ने पिछले साल नवंबर-दिसंबर में ही यस बैंक से अपने पैसे निकाल लिये थे. मंदिर के ट्रस्ट के नये चेयरमैन की नियुक्ति के बाद मंदिर प्रशासन ने यह फैसला लिया था.

जान लें कि तिरुपति देवस्थानम् ने अप्रैल 2019 में प्राइवेट बैंकों में राष्ट्रीय बैंकों की अपेक्षा बेहतर ब्याज दर देखते हुए अपने 5 हजार करोड़ रुपये अलग-अलग बैंकों में निवेश करने का फैसला किया था. इसके तहत 1300 करोड़ रुपये यस बैंक में, 1300 करोड़ रुपये इंडस इंड बैंक में, 1300 करोड़ रुपये साउथ इंडियन बैंक में, 600 करोड़ एक्सिस बैंक में और 130 करोड़ रुपये फेडरल बैंक में जमा कराये गये थे.

इसे भी पढ़ें : #YesBank : जब घपले-घोटाले चल रहे थे तब मोदी सरकार व आरबीआइ क्यों चुप रहे
प्राइवेट बैंकों में जमा कराये थे 5 हजार करोड़
इसके अलावा मंदिर के लगभग 8 हजार करोड़ रुपये अलग-अलग राष्ट्रीयकृत बैंकों में जमा हैं. इसे एक साल के लिए एफडी के रूप में बैंकों में जमा कराया गया था. अक्टूबर 2019 में ट्रस्ट बोर्ड की एक मीटिंग में संस्थान के चेयरमैन बदल गये. नये चेयरमैन वाईवी सुब्बा रेड्डी ने चार्ज संभालते ही प्राइवेट बैंकों में जमा एफडी को निकालने का फैसला लिया. इसके बाद नवंबर-दिसंबर 2019 में मंदिर प्रशासन ने यस बैंक से 1300 करोड़ और साउथ इंडियन बैंक से 1300 करोड़ रुपये वापस निकाल लिये.
इसे भी पढ़ें : महाराष्ट्र के #CM_Uddhav_Thackeray अयोध्या पहुंचे, एक करोड़ रुपये देने का एलान, रामलला और हनुमानगढ़ी के दर्शन करेंगे
राष्ट्रीय बैंकों में जमा रहेगा पैसा
इसके अलावा मंदिर प्रशासन ने बाकी बैंकों में एफडी मैच्योर होने तक उसे जारी रखने का फैसला किया. मंदिर ने तय किया कि इसके बाद अगले फाइनेंसियल इयर की रेटिंग के हिसाब से बैंकों में एफडी को जारी रखने या न रखने का फैसला लिया जायेगा. सुब्बा रेड्डी ने कहा कि एफडी तोड़ने के फैसले ने मंदिर को यस बैंक संकट से बचा लिया. उन्होंने कहा कि अक्टूबर की बोर्ड मीटिंग में मंदिर प्रशासन के इस रिस्की इन्वेस्टमेंट को लेकर सीएम जगनमोहन रेड्डी ने आश्वासन दिया था कि मंदिर के पैसे को अच्छी तरह से सुरक्षित रखा जायेगा.
भगवान जगन्नाथ के पुजारी चिंतित
यस बैंक के संकट में पड़ने से सदियों पुराने भगवान जगन्नाथ मंदिर के पुजारी और श्रद्धालु चिंतित है. यस बैंक में भगवान जगन्नाथ मंदिर के 545 करोड़ रुपये जमा हैं. रिजर्व बैंक ने यस बैंक पर कई तरह के अंकुश लगाये हैं. यस बैंक के जमाकर्ताओं के लिए अगले एक माह तक निकासी की सीमा 50,000 रुपये तय की गयी है.
इसे भी पढ़ें : #Delhi_Violence : AAP विधायक अमानतुल्लाह खान ने दिया धार्मिक रंग, कहा, ताहिर हुसैन झेल रहा मुस्लिम होने की सजा
Slide content
Slide content