
New Delhi : गुजरात कांग्रेस के विधायक जिग्नेश मेवाणी को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ ट्वीट मामले में जैसे ही जमानत मिली, उन्हें एक और मामले में दोबारा गिरफ्तार कर लिया गया. इसी बीच जिग्नेश मेवाणी का एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है जिसमें वे पुष्पा का स्टाइल दिखा रहे हैं. इस दौरान वे पुलिस कस्टडी में हैं और पुलिस वैन में पीछे बैठे हुए हैं और पुष्पा स्टाइल में अपना हाथ अपनी दाढ़ी पर लगा रहे हैं.
गुजरात कांग्रेस विधायक जिग्नेश @jigneshmevani80 भाई को देखें और वाइरल करें।
झुकेगा नहीं यह मोदी के आगे।@ReallySwara @
pic.twitter.com/9rgs3cdTLI— Sandeep Singh (@ActivistSandeep) April 25, 2022
इसे भी पढ़ें:पंचायत चुनाव रद करने की मांग: टाना भगतों ने घेरा लातेहार डीसी कार्यालय, अफसरों को ऑफिस से बाहर निकाल कर जड़ा ताला


क्या कहती है पुलिस




दरअसल, यह वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. वीडियो उस समय का है जब असम के कोकराझार कोर्ट से सोमवार को उन्हें जमानत मिली लेकिन उन्हें बाद में एक अन्य मामले को लेकर गिरफ्तार कर लिया गया. दोबारा गिरफ्तार के बाद मेवाणी को कोकराझार जिले से बारपेटा ले जाया जा रहा था.
पुलिस का कहना है कि जमानत मिलने के बाद मेवाणी ने अधिकारियों पर हमला किया, जिसमें उन्हें गिरफ्तार किया गया है. यह वीडियो तभी का बताया जा रहा है.
जिग्नेश मेवाणी पर पीएम मोदी के खिलाफ ट्वीट करने को लेकर पहला केस दर्ज कराया गया था. कोकराझार की एक अदालत ने मेवाणी को रविवार को एक दिन की न्यायिक हिरासत में भेजा था. इस मामले में असम पुलिस ने मेवाणी को बुधवार को गुजरात से गिरफ्तार किया था. इसके बाद वो तीन दिन की पुलिस हिरासत में थे.
मेवाणी ने गिरफ्तारी को बताया साजिश
उधर मेवाणी ने अपनी गिरफ्तारी को भाजपा और आरएसएस की साजिश बताया था. उन्होंने कहा कि यह मेरी छवि खराब करने के लिए किया जा रहा है. यह पूरी प्लानिंग है, जैसा रोहित वेमुला के साथ किया, चंद्रशेखर आजाद के साथ किया. जिग्नेश मेवाणी पर आपराधिक साजिश, पूजा स्थल से संबंधित अपराध, धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने और शांति भंग करने के लिए उकसाने का आरोप लगाया गया है.
इसे भी पढ़ें:जान देकर चुकानी पड़ी समोसे को छूने की कीमत, दुकानदार ने पीट-पीटकर मार डाला
मेवाणी के समर्थन में कांग्रेस ने धरना-प्रदर्शन किया
बता दें कि मेवाणी के समर्थन में कांग्रेस ने धरना-प्रदर्शन किया था. रविवार को असम प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष भूपेन बोरा और विधायक दिगंता बर्मन व एस के राशिद ने पार्टी कार्यालय से कोकराझार पुलिस थाने तक एक मौन मार्च किया था. जिग्नेश मेवाणी गुजरात के वडगाम से निर्दलीय विधायक हैं. वह पेशे से एक वकील और पूर्व पत्रकार हैं. जिग्नेश दलित आंदोलन के दौरान चर्चा में आए थे.
इसे भी पढ़ें:JHARKHAND: असिस्टेंट टाउन प्लानर नियुक्ति मामले में अगले सप्ताह होगी सुनवाई