
palamu/Garhwa : कोरोना (कोविड-19) संक्रमण का खतरा लंबे समय से बने रहने के कारण लोग काफी परेशान हैं. दो माह से अधिक समय बीत जाने के बाद भी कोरोना से मुक्ति नहीं मिलने पर लोग अफवाह में पड़कर अंधविश्वास का सहारा लेने लगे हैं.
पलामू प्रमंडल के गढ़वा जिले से ऐसे मामले एक सप्ताह में कई बार सामने आ चुके हैं. इससे प्रशासनिक महकमा परेशान हो गया है. पूजा पाठ के दौरान महिलाओं की भारी भीड़ रहने के कारण सोशल डिस्टेंसिंग का भी उल्लंघन हो रहा है. इससे बीमारी को बल मिलता दिख रहा है.


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विदित हो कि बड़ी संख्या में प्रवासी मजदूर बाहर के प्रदेशों से अपने गांव लौटे हैं. ग्रीन और ओरेंज जोन से आने वाले अधिकतर प्रवासी मजदूर होम क्वारेंटाइन हैं. ऐसे में गांवों में लगातार भीड़ लगाकर छठ जैसे अनुष्ठान किए जाने से कोरोना संक्रमण को बल मिल सकता है.
गढ़वा के कई गांवों में कोरोना को भगाने के लिए छठ पूजा किए जाने के बाद आज मझिआंव की बोदरा पंचायत के बिच्छी गांव में अनुष्ठान किया गया. बारिश के बावजूद बड़ी संख्या में महिलाएं घरों से निकलीं और बांकी नदी में बैठकर पूजा पाठ की.
महिलाओं की भीड़ रहने के कारण सोशल डिस्टेंसिंग का धज्जियां उड़ायी गयीं. दिलचस्प बात यह है कि पूजा की थाली में आधार कार्ड व पासबुक रखकर भगवान भास्कर को अर्घ्य दिया गया. हालांकि गांव की भोली-भाली महिलाओं को पता भी नहीं है कि हकीकत क्या है? लेकिन आस्था मानकर देश के प्रधानमंत्री के नाम गीत प्रस्तुत कर छठ व्रत किया.
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क्यों हो रहा पूजा पाठ?
दरअसल, गढ़वा जिले में यह अफवाह फैलायी गयी है कि छठ व्रत की तरह पूजा पाठ करने पर कोरोना भाग जाएगा. साथ ही आधार कार्ड रखकर पूजा करने पर सभी के खाते में हजारों रुपये आ जायेंगे. ऐसी अफवाह के बाद बड़ी संख्या में महिलाएं पूजा पाठ करने के लिए तैयार हो जा रही हैं.
फल फलहारी के साथ किया छठ व्रत
जहां इस वैश्विक महामारी बंदी में लोगों को पेट चलाना मुश्किल हुआ है, वहीं गांव की महिलाओं ने बाजारों से नई साड़ियां मंगाकर पूरे फल-फलहारी के साथ छठ व्रत किया. इस अफवाह की शिकार गांव की कम पढ़ी-लिखी महिलाएं हो ही रही हैं. श्रद्धालु महिलाओं से पूछे जाने पर उन्होंने बताया कि एक दूसरे की देखा-देखी हम लोग छठ व्रत कर रहे हैं. गांव में इसी तरह का हल्ला है. बीते मंगलवार मेराल थाना क्षेत्र के कुछ गांव में ऐसा देखने को मिला था.
ऐसा करने से पांच हजार रुपये खाता में आएंगे
छठ व्रत करने वाली महिलाओं से बातचीत करने पर उन्होंने बताया कि ऐसा करने पर देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 5000 रुपये खाते में भेजेंगे. इसीलिए हमलोग अपना आधार व पासबुक की फोटो कॉपी थाली में रखकर छठ व्रत कर रहे हैं. महिलाओं का कहना है कि हमलोग अपने-अपने बच्चों की रक्षा की तरह देश के लिए छठ व्रत किये हैं.
अफवाह फैलाने वाले किए जा रहे चिन्हित
एक साथ बड़ी संख्या में महिलाओं के छठव्रत किए जाने की सूचना पर मझिआंव के सीओ राकेश सहाय, बीडीओ अमरेंद्र डांग, थाना प्रभारी योगेंद्र कुमार मौके पर पहुंचे. सीओ ने बताया कि अफवाह फैलाने वालों को चिन्हित किया जा रहा है. पहचान होते ही ऐसे लोगों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी. ताकि ऐसे मामले अन्य गांवों में देखने को नहीं मिले. उन्होंने बताया कि अफवाह में पड़कर नदी में पूजा करने आयी महिलाओं को समझाकर घर भेज दिया गया है.
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