
Ranchi: राज्य के 48 केंद्रों में कोविड टीकाकरण कराया जा रहा है. राज्य में पिछले चार दिनों में करीब 54 प्रतिशत लोग ही वैक्सीनेशन के लिए आगे आ रहे हैं. प्रतिदिन 4900 के करीब लोगों को वैक्सीनेशन के लिए लिस्टिंग किया गया है.
सभी का रजिस्ट्रेशन भी हुआ है, लोगों को मैसेज भी भेजा जा रहा है. पर आधे लोग वैक्सीनेशन के लिए आगे नहीं आ रहे हैं. ऐसा आंकड़ा तब है जब डॉक्टर और उनके आसपास रहनेवाले स्वास्थ्यकर्मी ही टीका के लिए योग्य हैं.
जिनका सीधा जुड़ाव ईलाज और बीमारी से है. उनको वैक्सीन लेने में डर क्यों लग रहा है. इस पर बात करते हुए डॉ देवेश ने बताया कि लोग किसी पर साइड इफेक्ट होने का इंतजार कर रहे हैं. वो खुद टीका लेने से कतरा रहे हैं.
वैसे भी जब पहली बार प्रयोग में कोई चीज आती है तो लोग डरते ही हैं. पर, स्वास्थ्यकर्मियों को डरना नहीं चाहिए. वैसे लोग जिनका नाम पहले और दूसरे दिन था, डर से उन्होंने उस वक्त नहीं लिया.
अब चार से पांच दिन गुजर जाने और किसी पर कोई विपरीत असर नहीं दिखने के बाद अब टीका दिला देने की बात कर रहे हैं. पर उन्होंने साफ किया कि अगर एडल्ट वैक्सीनेशन की बात है तो लक्ष्य से 60 प्रतिशत का हो जाना अच्छा माना जाना चाहिए.
वहीं माइक्रोबायोलॉजी के एचओडी डॉ मनोज ने कहा कि जबतक एक फेज पूरा नहीं हो जाता लोगों में पूरी तरह से विश्वास नहीं हो पायेगा. लोग डरे हुए हैं. उन्होंने कहा कि इसलिए ही एम्स के डायरेक्टर सहित बड़े साइंटिफिक लोगों को वैक्सीन दिया जा रहा है.
पर डर खत्म तो एक फेज पूरा होने के बाद और साइड इफैक्ट नहीं होने के बाद ही होगा. वैसे 50 प्रतिशत से अधिक लक्ष्य पूरा करना अच्छा माना जाना चाहिए.
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अवेयरनेस प्रोग्राम और एक संशय दूर करने के लिए कियोस्क जरूरी
डॉ देवेश ने बताया कि अवेयरनेस प्रोग्राम की सबसे अधिक जरूरत है. जब स्वास्थ्यकर्मियों में डर है तो जब आम लोगों की बारी आयेगी तो क्या होगा, समझा जा सकता है. विभिन्न तरीकों से लोगों में अवेयरनेस प्रोग्राम कंडक्ट कराने की जरूरत है.
जिस तरीके से अवेयरनेस प्रोग्राम की जरूरत थी उतना तो नहीं हो सका. इसके अलावा उन्होंने बताया कि एक कियोस्क स्थापित करने की सख्त जरूरत है जिससे लोगों के डर को दूर किया जाये. लोग अपने संशय को दूर करने के लिए सवाल कर सकें.
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बुधवार को किस जिले में कितने लोगों को पड़ा टीका
- बोकारो 110
- चतरा 118
- देवघर 158
- धनबाद 133
- दुमका 153
- पूर्वी सिंहभूम 132
- गढ़वा 170
- गिरिडीह 119
- गोड्डा 92
- गुमला 120
- हजारीबाग 122
- जामताड़ा 72
- खूंटी 50
- कोडरमा 65
- लातेहार 146
- लोहरदगा 60
- पाकुड़ 70
- पलामू 135
- रामगढ़ 140
- रांची 230
- साहिबगंज 64
- सरायकेला 120
- सिमडेगा 120
- पश्चिमी सिंहभूम 80