
Geneva: वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन (डब्ल्यूएचओ) का कहना है कि कोरोना वायरस का संक्रमण अभी अपने चरम पर नहीं पहुंचा है और इससे लड़ने में किसी भी देश को ढिलाई नहीं बरतनी चाहिए.
डब्ल्यूएचओ ने कहा कि रविवार को 1,36,000 संक्रमण के मामले सामने आये हैं, जो किसी भी एक दिन में आये मरीजों की संख्या में सबसे अधिक है. डब्ल्यूएचओ के महानिदेशक डॉक्टर टेड्रोस ऐडरेनॉम ग़ैबरेयेसस ने कहा कि इस वैश्विक महामारी से लड़ते हुए हमें 6 महीने हो गये हैं, यह वक्त किसी भी देश के लिए असावधान होने का नहीं है.
चीन को लेकर पूछे गये एक सवाल के जवाब में डब्ल्यूएचओ के इमरजेंसी विशेषज्ञ डॉ माइय रायन ने कहा कि हमें इस बात पर ध्यान देना है कि हम कोरोना वायरस के दूसरे पीक को रोकने के लिए क्या कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि सेंट्रल अमेरिका के देशों जिनमें ग्वाटेमाला शामिल है वहां अभी भी केस बहुत तेजी से बढ़ रहे हैं.


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ब्राजील दूसरा हॉटस्पॉट बन चुका है
उन्होंने कहा कि ब्राजील इस वैश्विक महामारी का एक हॉटस्पॉट बन चुका है. वह संक्रमण के मामले में अभी दूसरे स्थान पर है. वह सिर्फ अमेरिका से पीछे हैं, वहां हुई मौतों की संख्या इटली में हुई मौतों की संख्या ज्यादा हो चुकी है.
उन्होंने कहा कि पूरे विश्व में अब तक 70 लाख से भी ज्यादा लोग संक्रमित हो चुके हैं और करीब 4 लाख लोगों की मौत हो चुकी है.
डब्ल्यूएचओ के एक अधिकारी ने कहा कि सिंगापुर में नये आये संक्रमण के मामलों में से आधे में संक्रमण के लक्षण नहीं हैं. सिंगापुर में लॉकडाउन को बहुत धीरे-धीरे खोलने पर विचार किया जा रहा है.
उन्होंने कहा कि बहुत से देशों में कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग की जा रही है. वहां उन्हें एसिम्टोमैटिक मामलों का पता चला है, पर उन्हें यह नहीं पता चला है कि उन संक्रमित लोगों से किसी और संक्रमण फैला है. उन्होंने कहा कि एसिम्टोमैटिक मामले में संक्रमण फैलना बहुत रेयर है.
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