
Jamshedpur : मोहरदा जलापूर्ति परियोजना बिरसानगर छोर का राइजिंग मेन पाइप-लाइन फट जाने से उस क्षेत्र में जलापूर्ति बाधित हो गयी थी. सूचना मिलते ही विधायक सरयू राय ने जुस्को के अधिकारियों से बात की और रात में ही मरम्मत कार्य आरम्भ हो गया. फटे पाईप के जगह नयी पाईप बदल दिया गया है. इस बीच एक वाल्व भी क्षतिग्रस्त हो गया.
दोपहर से जलापूर्ति शुरू
इसकी मरम्मत होने के उपरांत दोपहर से जलापूर्ति शुरू हो गई है. इसके पहले रांची से शहर पहुंचते ही विधायक सीधे परियोजना स्थल पहुंचे थे. पहले का पाईप कास्ट आयरन का था. इसे बदलने के बाद बारी-बारी से बिरसानगर के सभी जोन में पानी सप्लाई शुरू करवा दिया गया है. मोहरदा पेयजल परियोजना की ख़ामियां धीरे-धीरे सामने आ रही है. राइजिंग मेन पाइप-लाइन का कागज की तरह फट जाना गंभीर बात है. इस कारण बड़ा हादसा हो सकता था जो टल गया. टंकियों की सफाई के लिये उनके उपर तक जाने के लिये नया रास्ता बनाना होगा. क्योंकि ये टंकियां अत्यंत कमजोर हो गयी हैं. सुरक्षा का हवाला देकर जुस्को बारह सालों से सफ़ाई का खतरा नहीं उठा रही थी. अब यह काम दो-चार दिनों में शुरू होगा.
2006 का मूल डीपीआर मांगा
श्री राय ने कहा कि उन्होंने पेयजल एवं स्वच्छता विभाग के अधीक्षण अभियंता से मोहरदा जलापूर्ति परियोजना के 2006 में बने मूल डीपीआर की प्रति को उपलब्ध कराने के लिये कहा है. इन्हें दूर करने के लिये परियोजना के फेज 2 का डीपीआर बनाया जा सके. अन्यथा इस तरह कई समस्या है जो कि धीरे धीरे सामने आती जायेंगी. राजनीतिक कारणों से हुई भूलों का सुधार इंजीनियरिंग विधा से ही हो सकता है. गलतियां सुधर जाने और पानी टंकियों की सफाई हर वर्ष होती रहेगी तो हम उपभोक्ताओं से वादा कर सकते हैं कि मोहरदा परियोजना क्षेत्र में भी कंपनी क्षेत्र जैसे पेयजल दिया जा सकेगा. कुछ दिन पूर्व मोहोरादा जलापूर्ति योजना के लिए बुलाए गई बैठक में मैने अस्पष्ट कहा था कि नागरिकों को सही समय पर गुणवत्तापूर्ण पेयजल की आपूर्ति मिले इसे ध्यान में रखकर मोहरदा का डीपीआर फेज 2 तैयार होना चाहिये.
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