
Jhariya : झरिया व इसके आसपास के क्षेत्र में आठ दिनों से जलापूर्ति बाधित है. पानी के लिए करीब आठ लाख की आबादी के बीच हाहाकार मचा हुआ है. इधर, जिला प्रशासन, झमाडा प्रबंधन और जनप्रतिनिधि इस समस्या के प्रति गंभीर नहीं है.
मालूम हो कि जामाडोबा जल संयंत्र में दो वाटर फिल्टर प्लांट हैं. दामोदर नदी से यहां के 12 एमजीडी प्लांट से झरिया एक और दो जल मीनार के माध्यम से झरिया शहर और कोलियरी क्षेत्र में लाखों लोगों को जलापूर्ति की जाती है. 9 एमजीडी प्लांट से पुटकी क्षेत्र में हर दिन जलापूर्ति की जाती है। 8 लाख से अधिक लोग जलापूर्ति के लिए इसी संयंत्र पर निर्भर हैं. पहले कहा गया कि दामोदर नदी में शैवाल, जलकुंभी होने की वजह से पानी नहीं आ रहा है.
यहां उल्लेखनीय है कि झरिया में जलापूर्ति का दूसरा विकल्प नहीं है. यहां कुआं या चापानल भी नहीं हैं. एसे में अगर आठ दिनों से जलापूर्ति बाधित हो तो लोगों की स्थिति का अंदाजा सहज लगाया जा सकता है.






जल्द शुरू होगी जलापूर्ति
जामाडोबा जल संयंत्र पहुंचे जमाड़ा के टीएम इंद्रेश शुक्ला ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि दामोदर नदी में पानी के साथ जलकुंभी और शैवाल आ जाने से पाइप जाम हो गया और पाइप जाम होने से मोटर जल गया, जिस कारण परेशानी हो रही है. अब धीरे-धीरे मोटर को ठीक किया जा रहा है जल्द ही सुचारू रूप से पानी सप्लाई शुरू होगा.
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