
Ranchi: झारखंड ऊर्जा विकास श्रमिक संघ की बैठक पुराना धर्मशाला परिसर, चतरा में रविवार को संपन्न हुई, जिसमें केंद्रीय अध्यक्ष अजय राय शामिल हुए. विद्युत विभाग के कर्मचारियों की समस्याओं को सुना.
राय ने स्पष्ट कहा कि चतरा से राज्य के श्रम एवं कानून मंत्री हैं, वहां के श्रमिकों की दशा बद से बदतर हो गयी है. श्रमिकों के परिवार मासिक वेतन के अभाव में 6-6 महीने से परेशानी झेल रहे हैं. वेतन नही मिलने से कर्मी भूखे मरने के कगार पर हैं.
राय ने कहा कि जो मंत्री अपने क्षेत्र के श्रमिकों की पीड़ा नहीं समझ सकते, वह राज्य के श्रमिकों की पीड़ा क्या समझेंगे.
उन्होंने कहा कि पूरे राज्य में ऊर्जा निगम के अन्दर हर एरिया बोर्ड और ट्रांसमिशन जोन में आउट सोर्सिंग एजेंसी के अंदर काम करने वाले मजदूर कर्मचारियों की स्थिति वेतन के अभाव में लगातार खराब हो रही है. इसे देखते हुए ही संघ ने आंदोलन का रूख अख्तियार किया है.
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वहीं, संघ के महामंत्री अमित शुक्ला ने कहा कि संघ बोर्ड को एक सप्ताह का समय देते हुए चेतावनी देता है कि अगर श्रमिकों की पीड़ा का निदान नहीं हुआ तो 5 फरवरी से संपूर्ण राज्य में हड़ताल का होना तय है.
बोर्ड निगम में आने वाली वैकेंसी में पूर्व की भांति मानव दिवस कर्मियों को प्राथमिकता दें. एजेंसी व्यवस्था को समाप्त करें. अन्यथा हड़ताल के लिए जिम्मेदार निगम के पदाधिकारी एवं एजेंसी वाले होंगे.
साथ ही साथ केंद्रीय अध्यक्ष अजय राय, कोषाध्यक्ष विजय सिंह, आईसीएल राष्ट्रीय कार्यकारिणी के सदस्य देवानंद राय की मौजूदगी में पुरानी कमेटी को भंग करते हुए नई कमेटी का चुनाव किया गया, जिसमें अध्यक्ष पद पर शैलेंद्र कुमार, उपाध्यक्ष पद पर विनोद दांगी और मनोज कुमार यादव, कोषाध्यक्ष का पद प्रमोद कुमार, संगठन सचिव का पद रणवीर प्रताप सिंह, महासचिव का पद -संजीत कुमार, मीडिया प्रभारी का पद दिलीप कुमार को दिया गया.
बैठक में चतरा जिला के सैकड़ों विद्युत कर्मी शामिल हुए.
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