
Lucknow : उत्तर प्रदेश शिक्षक पात्रता परीक्षा (टीईटी) पेपर लीक होने की आशंका से एन वक्त पर निरस्त कर दी गई है. एसटीएफ इस मामले में 23 लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है. सचिव परीक्षा नियामक प्राधिकारी संजय कुमार उपाध्याय ने बताया कि दोनों पालियों की परीक्षाएं निरस्त कर दी गई हैं. उन्होंने कहा कि एक महीने के भीतर दोबारा टीईटी परीक्षा कराई जाएगी. एप्लीकेंट्स को इसके लिए फीस दोबारा नहीं देनी पड़ेगी.
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आपको बता दें कि यूपी टीईटी 2021 की परीक्षा 28 नवंबर को दो पालियों में 2554 केंद्रों पर 28 नवंबर को प्रस्तावित थी. पहली में 12,91,628 और दूसरी पाली में 8,73,553 अभ्यर्थी शामिल होने थे. इसे लेकर गुरुवार को प्रमुख सचिव बेसिक शिक्षा ने समस्त मंडल के कमिश्नर और जनपदों के जिलाधिकारी, प्रशासनिक अफसर, पुलिस आयुक्त, एसएसपी और जिला विद्यालय निरीक्षक के साथ वीडियो कांफ्रेसिंग की.
पहली बार परीक्षा केंद्रों पर लाइव सीसीटीवी के माध्यम से नजर रखने का प्लानिंग की गई थी. परीक्षा केंद्र के अंदर मोबाइल फोन तथा अन्य इलेक्ट्रॉनिक उपकरण पर पूर्णतया प्रतिबंध किया गया.
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सॉल्वर गैंग से जुड़े लोगों कई शहरों से उठाया
जानकारी के मुताबिक सॉल्वर गैंग से जुड़े शामली निवासी मनीष उर्फ मोनू, रवि पुत्र विनोद, धर्मेंद्र पुत्र कुंवरपाल समेत 23 लोगों को एसटीएफ ने गिरफ्तार कर लिया है. साथ कई अन्य जगह छापेमारी कर दर्जनों को हिरासत में लेकर एसटीएफ पूछताछ कर रही है. एसटीएफ इस पूरे मामले की जांच में जुटी है.
बताया जा रहा है कि व्हाट्सऐप पर पेपर लीक किया गया था. पुलिस के मुताबिक गाजियाबाद, बुलंदशहर, मथुरा में व्हाट्सएप ग्रुप पर एग्जाम का पेपर वायरल हुआ था, जिसके बाद परीक्षा रद्द करनी पड़ी है.
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