Farrukhabad (UP): उत्तर प्रदेश पुलिस और एटीएस की टीम ने फर्रुखाबाद जिले के मोहम्मदाबाद के कठरिया गांव में 23 बच्चों को बंधक बनाने वाले एक हत्या के आरोपी सुभाष बाथम को देर रात मार गिराया. पुलिस ने सभी बच्चों को उसके घर से सुरक्षित निकाल लिया गया.
वहीं स्थानीये लोगों की भीड़ ने गुस्से में आरोपी की पत्नी को जमकर पीटा जिसके बाद उसे गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती कराया गया जिसके बाद उसकी मौत हो गयी.
बाथम ने अपनी बेटी के जन्मदिन के समारोह में बच्चों को आमंत्रित करने के बाद गुरुवार को शाम उन्हें बंधक बना लिया था. बंधक बनाये गये बच्चों की आयु छह महीने से 15 साल से बीच है. बच्चे करीब आठ घंटे तक बंधक बने रहे.
#UPDATE IG Kanpur Range Mohit Agarwal: The woman has succumbed to injuries, we are waiting for post mortem report, further details on cause of death will only come out after the report. #Farrukhabadhttps://t.co/Qd85Hg7AtM
अपर मुख्य सचिव (गृह) अवनीश अवस्थी ने गुरुवार देर रात 1 बजकर 20 मिनट पर यह बताया कि सभी 23 बच्चों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया है और बच्चों को बंधक बनाने वाले को मार गिराया गया है.
पुलिस महानिदेशक ओ पी सिंह ने कहा कि आरोपी ने बच्चों को अपनी बेटी के जन्मदिन की पार्टी के लिए बुलाया था और उन्हें बंधक बना लिया. यह सब 30 जनवरी को शाम पांच बजकर 45 मिनट पर शुरू हुआ और करीब आठ घंटे तक बच्चे बंधक बने रहे.
इसी घर में आरोपी ने सभी बच्चों को बंधक बनाकर रखा था. घटना के बाद घर के बाहर पुलिस और स्थानीय लोगों की भीड़ जमा हो गयी थी. सभी बच्चों को बचाने की कोशिश में लगे थे. देर रात पुलिस ने सभी बच्चों को सुरक्षित निकाल लिया और आरोपी को भी मार गिराया.
उन्होंने बताया कि आरोपी ने शुरुआत में छह महीने की एक बच्ची को एक बालकनी से अपने पड़ोसी को सौंपकर मुक्त कर दिया था. पुलिस ने बताया कि आरोपी ने उससे बात करने वाले लोगों पर घर के भीतर से ही गोलियां चलाईं जिससे एक व्यक्ति और दो पुलिसकर्मी घायल हो गये.
अभी यह पता नहीं चल पाया है कि बच्चों को बंधक बनाने के पीछे आरोपी का मकसद क्या था. पुलिस ने बताया कि ऐसा प्रतीत होता है कि बाथम मानसिक रूप से अस्थिर था.
इससे पहले एडीजी कानून व्यवस्था पी. वी. रामाशास्त्री ने बताया कि मकान में करीब बीस बच्चे बंधक बनाये गये थे. आरोपी हत्या के एक मामले में जेल में जा चुका था और हाल ही में जमानत पर बाहर आया था.
इस मामले पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ खुद नजर रख रहे थे और उन्होंने वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों की बैठक कर उन्हें घटनास्थल पर रहने का निर्देश दिया था. आईजी कानपुर जोन मोहित अग्रवाल ने बताया कि आरोपी ने अपनी बच्ची के जन्मदिन के बहाने बच्चों को अपने घर बुलाया था और घर के नीचे बने भूमिगत तल में इन बच्चों को रखा था.
Farrukhabad: Wife of the man who held hostage 15 children yesterday and was later killed by Police, beaten up by locals. She has been admitted to hospital in critical condition.More details awaited. pic.twitter.com/zWRPI6OmEF
उन्होंने बताया था कि उसने मकान के अंदर से छह गोलियां भी चलाई थीं. वह स्थानीय विधायक से बात करना चाहता था, विधायक वहां गये लेकिन उसने उनसे बात नहीं की.
उन्होंने बताया कि पुलिस ने उसके एक रिश्तेदार को भी बातचीत के लिये घर के करीब भेजा लेकिन उस व्यक्ति ने रिश्तेदार पर भी गोली चला दी जिससे वह घायल हो गया.
Farrukhabad (UP): उत्तर प्रदेश पुलिस और एटीएस की टीम ने फर्रुखाबाद जिले के मोहम्मदाबाद के कठरिया गांव में 23 बच्चों को बंधक बनाने वाले एक हत्या के आरोपी सुभाष बाथम को देर रात मार गिराया. पुलिस ने सभी बच्चों को उसके घर से सुरक्षित निकाल लिया गया.
वहीं स्थानीये लोगों की भीड़ ने गुस्से में आरोपी की पत्नी को जमकर पीटा जिसके बाद उसे गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती कराया गया जिसके बाद उसकी मौत हो गयी.
बाथम ने अपनी बेटी के जन्मदिन के समारोह में बच्चों को आमंत्रित करने के बाद गुरुवार को शाम उन्हें बंधक बना लिया था. बंधक बनाये गये बच्चों की आयु छह महीने से 15 साल से बीच है. बच्चे करीब आठ घंटे तक बंधक बने रहे.
इसे भी पढ़ें- जम्मू: पुलिस पर आतंकवादी हमला, तीन आतंकी ढेर, राजमार्ग बंद
रात एक बजे के बाद सभी बच्चे हुए मुक्त
अपर मुख्य सचिव (गृह) अवनीश अवस्थी ने गुरुवार देर रात 1 बजकर 20 मिनट पर यह बताया कि सभी 23 बच्चों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया है और बच्चों को बंधक बनाने वाले को मार गिराया गया है.
पुलिस महानिदेशक ओ पी सिंह ने कहा कि आरोपी ने बच्चों को अपनी बेटी के जन्मदिन की पार्टी के लिए बुलाया था और उन्हें बंधक बना लिया. यह सब 30 जनवरी को शाम पांच बजकर 45 मिनट पर शुरू हुआ और करीब आठ घंटे तक बच्चे बंधक बने रहे.
उन्होंने बताया कि आरोपी ने शुरुआत में छह महीने की एक बच्ची को एक बालकनी से अपने पड़ोसी को सौंपकर मुक्त कर दिया था. पुलिस ने बताया कि आरोपी ने उससे बात करने वाले लोगों पर घर के भीतर से ही गोलियां चलाईं जिससे एक व्यक्ति और दो पुलिसकर्मी घायल हो गये.
अभी यह पता नहीं चल पाया है कि बच्चों को बंधक बनाने के पीछे आरोपी का मकसद क्या था. पुलिस ने बताया कि ऐसा प्रतीत होता है कि बाथम मानसिक रूप से अस्थिर था.
इसे भी पढ़ें- RJD में प्रशांत को लेकर दो फाड: तेजप्रताप ने किया स्वागत, जगदानंद का इनकार
पहले भी जेल जा चुका था आरोपी
इससे पहले एडीजी कानून व्यवस्था पी. वी. रामाशास्त्री ने बताया कि मकान में करीब बीस बच्चे बंधक बनाये गये थे. आरोपी हत्या के एक मामले में जेल में जा चुका था और हाल ही में जमानत पर बाहर आया था.
इस मामले पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ खुद नजर रख रहे थे और उन्होंने वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों की बैठक कर उन्हें घटनास्थल पर रहने का निर्देश दिया था. आईजी कानपुर जोन मोहित अग्रवाल ने बताया कि आरोपी ने अपनी बच्ची के जन्मदिन के बहाने बच्चों को अपने घर बुलाया था और घर के नीचे बने भूमिगत तल में इन बच्चों को रखा था.
उन्होंने बताया था कि उसने मकान के अंदर से छह गोलियां भी चलाई थीं. वह स्थानीय विधायक से बात करना चाहता था, विधायक वहां गये लेकिन उसने उनसे बात नहीं की.
उन्होंने बताया कि पुलिस ने उसके एक रिश्तेदार को भी बातचीत के लिये घर के करीब भेजा लेकिन उस व्यक्ति ने रिश्तेदार पर भी गोली चला दी जिससे वह घायल हो गया.