
Ranchi : झारखंड विधानसभा में नमाज के लिये कमरा आवंटित किये जाने के मसले पर बुधवार को भाजपा ने विधानसभा का घेराव किया. इस क्रम में पुलिस ने बैरिकेडिंग तोड़ने और भीड़ को नियंत्रित करने को जरूरत के हिसाब से लाठियां भी चलायीं. वाटर कैनन का भी उपयोग किया गया. इस क्रम में पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष और सांसद दीपक प्रकाश, सांसद संजय सेठ सहित कई प्रमुख नेताओं, कार्यकर्ताओं को चोट भी लगी.
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10 से अधिक पार्टी कार्यकर्ताओं को अब तक रिम्स, पारस सहित अन्य अस्पतालों में इलाज के लिये लाया गया है. झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री एवं केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा ने इस वारदात को शर्मनाक बताया है.
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अर्जुन मुंडा के मुताबिक झारखंड सरकार के तुष्टिकरण के खिलाफ शांतिपूर्वक प्रदर्शन कर रहे कार्यकर्ताओं पर लाठीचार्ज की घटना निंदनीय है.
जिस सदन में संविधान की रक्षा के लिए जनप्रतिनिधि चुन कर जाते हैं, वहां धार्मिक तुष्टिकरण नहीं होना चाहिए. यह भारतीय संविधान की मूल भावना के खिलाफ है.
कार्यकर्ताओं और आम लोगों पर सरकार ने जिस बर्बरता से बल प्रयोग किया, उसकी जितनी भी निंदा की जाए, उतनी कम है. सरकार लाठी के दम पर जनता की आवाज को दबाना चाहती है लेकिन इससे भाजपा कार्यकर्ता डरने वाले नहीं हैं.
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