
Bhopal : केंद्रीय मंत्री प्रहलाद सिंह पटेल व एमपी के नरसिंहपुर के भाजपा विधायक जालम सिंह पटेल की बहू नीतू सिंह ने पति मणिनागेंद्र सिंह समेत परिवार के अन्य सदस्यों के खिलाफ घरेलू हिंसा व दहेज उत्पीड़न के आरोप दोहराए हैं.
इस सिलसिले में उन्होंने फिर इसी साल पांच जनवरी को दिल्ली पुलिस में आवेदन दिया था. वे 2020 में भी आवेदन दे चुकी हैं. उनका कहना है कि इन आवेदनों पर कार्रवाई नहीं होने के कारण उन्हें अब मीडिया के सामने आना पड़ा.
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ये आरोप लगाये नीतू सिंह ने




दिल्ली में नौकरी कर रहीं नीतू सिंह ने शुक्रवार को कहा कि 29 जनवरी 2016 को नरसिंहपुर के गोटेगांव में उनकी शादी मणिनागेंद्र सिंह पटेल से हुई थी. कुछ दिन बाद पति मारपीट करने लगा. नीतू ने कहा कि उसके साथ अक्टूबर 2016 में भोपाल स्थित ससुर जालम सिंह पटेल के विधायक निवास में भी मारपीट की गई थी.
इसकी जानकारी ससुर और सास सुमन पटेल को कई बार दी लेकिन उन्होंने मोनू पटेल का ही साथ दिया. नीतू ने आरोप लगाया कि उसके पति के कई लड़कियों से विवाह के बाद भी संबंध हैं. पति ड्रग्स सेवन का भी आदी है.
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दिल्ली के वसंत कुंज थाने में भी दर्ज कराया था मामला
नीतू सिंह ने बताया कि उन्होंने सबसे पहले 17 नवंबर 2020 को दिल्ली के वसंत कुंज थाने में बड़े ससुर केंद्रीय मंत्री प्रहलाद सिंह पटेल, ससुर विधायक जालम सिंह पटेल, पति मोनू पटेल, सास सुमन सिंह पटेल, बड़ी सास पुष्पलता पटेल, ननद फलित सिंह पटेल, देवर प्रबल पटेल के खिलाफ दहेज उत्पीड़न की शिकायत दर्ज कराई थी. इसी दौरान इन्हीं लोगों के खिलाफ घरेलू हिंसा का एक आवेदन भी दिया गया था.
नीतू सिंह का कहना है कि दिल्ली में घरेलू हिंसा व दहेज उत्पीड़न का जो मामला दर्ज कराया गया था, उसमें कोई कार्रवाई नहीं हुई. इसके बाद उसने फिर पांच जनवरी 2022 को महिला अत्याचार निवारण सेल साउथ दिल्ली के एएसपी को एफआइआर दर्ज करने आवेदन दिया था लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई.
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ये दी सफाई
इस मामले में जवाब देने की जिम्मेदारी तो बहू नीतू के पिता चंद्रभान सिंह की है क्योंकि उन्होंने ही यह रिश्ता तय किया था. मुझे इस मामले पर और कुछ नहीं बोलना है. आरोप बेबुनियाद हैं.
– प्रहलाद सिंह पटेल, केंद्रीय मंत्री व सांसद दमोह
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मेरे बेटे मोनू और उसकी पत्नी का मामला न्यायालय में विचाराधीन है. कई साल पुराना मामला है. लड़की की तरफ से 40 करोड़ रुपये की समझौते के लिए डिमांड की गई थी. फिर राशि कम होती गई. हमने कई दफा बातचीत से सुलह का प्रयास किया लेकिन वह नहीं मानी. ये राजनीतिक साजिश है जिसके तहत घरेलू मामले को उठाकर बदनाम करने का प्रयास किया जा रहा है.
– जालम सिंह पटेल, विधायक