
Udaipur: भारी तनाव के बीच उदयपुर में मारे गए कन्हैयालाल का अंतिम संस्कार कर दिया गया. अंत्येष्टि के मौके पर भारी तादाद में लोग श्मशान घाट पहुंचे. हत्या के विरोध में उदयपुर के साथ ही राजस्थान के कई शहर बंद हैं. किसी भी विषम परिस्थिति से निपटने के लिए पूरे प्रदेश की सुरक्षा व्यवस्था बेहद चुस्त कर दी गई है.

हत्याकांड के दो आरोपियों गौस मोहम्मद और रियाज जब्बार को पुलिस ने हत्या के चार घंटे बाद ही अरेस्ट कर लिया गया है. इन दोनों के अलावा तीन अन्य को भी पुलिस ने हिरासत में लिया है. हत्याकांड की जांच एनआइए को सौंप दी गई है. उदयपुर के सात थाना क्षेत्रों में कर्फ्यू है. राजस्थान में ऐहतियातन 24 घंटे के लिए इंटरनेट बंद कर दिया गया है. एक महीने के लिए धारा 144 लागू की गई है.


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मालूम हो कि कन्हैयालाल ने नूपुर शर्मा के बयान के समर्थन में सोशल मीडिया पर पोस्ट डाला था. जिसका विरोध हो रहा था. जिसके बाद कन्हैयालाल की गिरफ्तारी भी हुई थी. इसके बाद दोनों पक्षों में समझौता हुआ था. इसके बाद भी गौस व रियाज ने मंगलवार को कन्हैयालाल की दुकान में घुसकर उसकी हत्या कर दी. फिर बेखौफ होकर वीडियो अपलोड करते हुए गर्व का प्रदर्शन किया. इसके बाद से राजस्थान में भारी तनाव है. समाज के विभिन्न वर्गों की ओर से घटना का विरोध हो रहा है.

घटना के विरोध में उदयपुर समेत झालावाड़, डूंगरपुर, राजसमंद समेत कई शहर बंद हैं. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा- क्या प्लान और षड़यंत्र था? किससे लिंक है? अंतरराष्ट्रीय लिंक है क्या? इन सभी बातों का खुलासा होगा. कुछ असामाजिक तत्व हैं, जब तक वे न जुड़ें तब तक ऐसी घटना नहीं होती. इस एंगल से भी जांच जारी है.
दूसरी ओर राजस्थान के नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया भी कन्हैयालाल के परिजनों से मिलने उदयपुर पहुंचे. उन्होंने कहा- सरकार का इंजिलेन्स फेल्योर है. अपराधियों में अब भय नहीं रहा. अंतिम संस्कार को लेकर कन्हैयालाल के परिजन और पुलिस के बीच विवाद जैसी स्थिति भी उत्पन्न हो गई. पुलिस घर के समीप ही अंतिम संस्कार करवाना चाह रही थी मगर परिजन शहर के सबसे बड़े श्मशान घाट में अंतिम संस्कार करने की मांग कर रहे थे. बाद पुलिस को परिजनों की बात माननी पड़ी और सबसे बड़े श्मशान घाट में अंतिम संस्कार हुआ.