
Pakud: जिले के पाकुड़िया थाना अंतर्गत स्वर्ण व्यवसायी नागेश्वर वर्मा से बीते दिनों हुई लूट मामले का पुलिस ने पर्दाफाश कर लिया है. रविवार को पुलिस कप्तान सुनील भास्कर ने इस संबंध में मीडिया कर्मियों को जानकारी दी. श्री भास्कर ने बताया कि बीते 20 जनवरी को पाकुड़िया थाना अंतर्गत तलवा और धोवाडंगाल के बीच में अज्ञात अपराधियों द्वारा स्वर्ण व्यवसायी नागेश्वर वर्मा से सोना-चांदी सहित 20000 हजार नकद एवं एक मोबाइल की लूट कर ली गई थी. जिस पर नागेश्वर वर्मा ने मुकदमा दर्ज कराया था. श्री भास्कर ने बताया कि पूर्व में भी स्वर्ण व्यवसायी के साथ लूट हो चुकी थी. मामले में एसडीपीओ महेशपुर शशि प्रकाश के नेतृत्व में टीम गठित की गयी थी. टीम में पुलिस निरीक्षक बीरेंद्र कुमार पांडेय, थाना प्रभारी धनपति लोहरा, सुरेंद्र प्रसाद, जफर आलम सहित सशत्र पुलिस जवानों को शामिल किया गया. 26 जनवरी की संध्या को गुप्त सूचना के आधार पर डूमरघटटी के शिवराज टूडू को हिरासत में लेकर पूछताछ की गयी. उसने इस लूट में संलिप्तता स्वीकार की. शिवराज ने बताया कि उसके सहयोगी सुंदर हेंब्रम ने इस लूट में उसकी मदद की. पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए सुंदर हेम्ब्रम को भी हिरासत में ले लिया. सुंदर के पास से लूटा गया मोबाइल बरामद किया गया है. दोनों ने बताया कि स्वर्ण व्यवसायी से लूटे गये सोना-चांदी को प बंगाल की मंडी में 10 हजार में बेच दिया गया. पुलिस ने बताया कि गिरफ्तार अपराधी सुंदर हेंब्रम ने अमड़ापाडा थाना क्षेत्र में वर्ष 2015 में उग्रवादी घटना और 2016 में हिरणपुर थाना के पेट्रोल पंप में डकैती की घटना को अंजाम दिया था. छापेमारी दल में पुलिस अवर निरीक्षक बीरेंद्र पांडेय, सुरेंद्र प्रसाद, धनपति लोहरा, जाफर आलम सहित जवान थे.
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