
Jamshedpur : जमशेदपुर के बिष्टुपुर स्थित ओम टावर से कूदकर राउरकेला के राहुल अग्रवाल ने आत्महत्या कर ली थी. इस मामले में भाई अंकित अग्रवाल के बयान पर राहुल की पत्नी वर्षा अग्रवाल, ससुर प्रदीप चूड़ीवाला, सास कुसुम चूड़ीवाला, साला पीयूष चूड़ीवाला और साली मेघा चूड़ीवाला के अलावा केस के आईओ बालमुकुंद प्रसाद पर भी आत्महत्या के लिए प्रेरित करने का आरोप लगाते हुए प्राथमिकी दर्ज कराई गई थी. घटना के 24 दिन बीत जाने के बाद भी अब तक पुलिस आरोपियों का पता नहीं लगा पाई है.
सभी आरोपी भूमिगत हो गए है. इधर, शनिवार को मृतक के परिजनों ने मारवाड़ी युवा मंच जमशेदपुर शाखा और मारवाड़ी समाज के अन्य लोगों के साथ मिलकर राहुल अग्रवाल को न्याय दिलाने के लिए कैंडल मार्च निकाला. यह कैंडल मार्च साकची मिनी बस स्टैंड से लकर साकची गोलचक्कर तक निकाला गया था जिसमें परिवार समेत समाज के कई लोग शामिल हुए. हालांकि इसके पूर्व भी बिष्टुपुर गोलचक्कर के पास कैंडल मार्च निकाला गया था. सभी राहुल को न्याय दिलाने की मांग कर रहे थे. इस दौरान भारी संख्या में समाज की महिला एवं पुरुष मौजूद रहे. सभी आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग कर रहे थे साथ ही राहुल के बच्चों को भी वापस दिलाने की मांग कर रहे थे. राहुल के पिता बजरंग लाल ने कहा कि आरोपी प्रदीप को पुलिस इसलिए नहीं गिरफ्तार कर रही है. की वह पैसे का रौब दिखाता है.

ये है मामला
राहुल अग्रवाल ने पांच मई को बिष्टुपुर के ओम टावर से कूदकर आत्महत्या कर ली थी. घटना से पहले उसने एक वीडियो जारी किया था जिसमें उसने बताया था कि उसकी मौत का कारण उसकी पत्नी और ससुराल पक्ष के लोग है. उसकी पत्नी ने उसपर दहेज प्रताड़ना का झूठा आरोप लगाया है और केस के अनुसंधानकर्ता द्वारा उसे परेशान किया जाता है जिससे वह आज आत्महत्या कर रहा है. उसने मरने से पहले यह इच्छा जाहिर की थी कि जब तक दोषियों को सजा नहीं मिल जाती तब तक उसके अस्थियों को बैंक के लॉकर में रखा जाए.

