
New Delhi : रिकॉर्ड 71 भारतीय विश्वविद्यालयों ने टाइम्स हायर एजुकेशन (द) वर्ल्ड यूनिवर्सिटी रैंकिंग 2022 के लिए क्वालीफाई किया है. जिसमें ब्रिटेन की ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी पहले नंबर पर रही, जबकि कैलिफोर्निया इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी, हार्वर्ड यूनिवर्सिटी और स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी क्रमशः दूसरे, तीसरे और चौथे स्थान पर हैं.
भारत के लिए ये रिपोर्ट काफी चिंताजनक है, क्योंकि पूरी लिस्ट में कुछ ही यूनिवर्सिटीज का नाम आया, वो भी 350 से ज्यादा रैंक पर मौजूद हैं.
इसे भी पढ़ें :झारखंड विधानसभा का मानसून सत्र शुक्रवार से, हंगामेदार होने के आसार


IIT-रोपड़ (351-400 बैंड) में भारत से दूसरे स्थान नंबर पर




इस साल विस्तारित रैंकिंग लिस्ट में 1662 यूनिवर्सिटी शामिल हैं, जबकि पिछले साल 1527 विश्वविद्यालय इसमें शामिल हुए थे.वहीं 35 इंडियन यूनिवर्सिटी जो देश के अब तक के दूसरे सबसे बड़े विश्वविद्यालय हैं ने शीर्ष 1000 में जगह बनाई है.
IIT-रोपड़ (351-400 बैंड) पिछले साल की तरह भारत से दूसरे स्थान पर बना हुआ है, जबकि जेएसएस एकेडमी ऑफ हायर एजुकेशन एंड रिसर्च ने 351-400 बैंड लिस्ट में डेब्यू किया है. IIT-इंदौर 401 और 500 के बीच में चौथे स्थान पर है.
इसे भी पढ़ें :मध्य प्रदेश में OBC को 27 फीसदी आरक्षण का आदेश जारी, 8 मार्च 2019 से मिलेगा लाभ
9 इंडियन यूनिवर्सिटी ने टॉप 1000 रैंकिंग के लिए क्वालिफाई किया
नौ भारतीय विश्वविद्यालयों ने पिछले साल से टॉप 1000 रैंकिंग के लिए क्वालिफाई किया है. अलगप्पा विश्वविद्यालय (501-600) ने दुनिया के शीर्ष 600 विश्वविद्यालयों में डेब्यू किया है और इंटरनेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी, हैदराबाद (601-800) ने टॉप 800 में प्रवेश किया है.
तीन विश्वविद्यालयों – कलासलिंगम एकेडमी ऑफ रिसर्च एंड एजुकेशन, वेलटेक विश्वविद्यालय और सिम्बायोसिस इंटरनेशनल यूनिवर्सिटी ने पहली बार 801-1,000 बैंड में एंट्री की है.
भारत ने रेप्यूटेशन, पब्लिकेशन स्पेशली इंटरनेशनल को-ऑथरशिप और साइटेशन से काफी फायदा लिया है. इंटरनेशनल को-ऑथरशिप ने कंप्यूटर साइंस, क्लिनिकल एंड हेल्थ और बिजनेस और अर्थशास्त्र में सबसे बड़ा सापेक्ष सुधार देखा.
टाइम्स हायर एजुकेशन के चीफ नॉलेज ऑफिसर फिल बैटी ने ईटी को एक ईमेल में लिखा, ‘आर्ट्स और ह्यूमैनिटी, और बिजनेस एंड इकोनॉमिक्स में विशेष रूप से अच्छा सुधार हुआ है.’ उन्होंने ये भी कहा कि “हालांकि, दुनिया के बाकी हिस्सों की तुलना में आय पिछड़ गई है.”
इसे भी पढ़ें :राज्य की अदालतों की सुरक्षा मामले में हाइकोर्ट ने अगले सप्ताह प्रगति रिपोर्ट पेश करने का दिया निर्देश
दिल्ली, बॉम्बे, खड़गपुर सहित 7 इंस्टीट्यूट्स रैंकिंग में भाग नहीं लिया
गौरतलब है कि दिल्ली, बॉम्बे, खड़गपुर और मद्रास सहित सात फर्स्ट जनरेशन के भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान सूची से बाहर बने हुए हैं क्योंकि उन्होंने पिछले साल डेटा विसंगति और ट्रांसपेरेंसी की कमी का हवाला देते हुए ग्लोबल रैंकिंग में भाग नहीं लेने का फैसला किया था.
वहीं फिल बैटी ने बताया कि टाइम्स हायर एजुकेशन ने सभी भाग न लेने वाले IITs से संपर्क किया है क्योंकि उन्होंने अपनी चिंताओं पर चर्चा करने के लिए उनसे बात करने का फैसला किया है, लेकिन उन्होंने एक बार फिर इस साल रैंकिंग में भाग नहीं लेने का फैसला किया.
हमारा मानना है कि आईआईटी की अनुपस्थिति इंडीविजुअल संस्थानों और भारत की पोजिशन और वर्ल्ड स्टेज पर विजिबिलिटी दोनों में सुधार के लिए प्रतिकूल है.’
इसे भी पढ़ें :बिहार में 40 फीसदी मेडिकल छात्र हुए फेल, स्टूडेंट्स का फूटा गुस्सा
ऑक्सफोर्ड लगातार छठे वर्ष शीर्ष स्थान पर
बता दे कि क्वाकेरेली साइमंड्स (क्यूएस) के साथ टाइम्स हायर एजुकेशन को उच्च शिक्षा संस्थानों के लिए विश्व स्तर पर दो सबसे प्रतिष्ठित रैंकिंग में गिना जाता है.
यूएस और यूके (2) ने लगातार दूसरे वर्ष कुल मिलाकर शीर्ष 10 में अपना दबदबा बनाया, जिसमें यूके की यूनिवर्सिटी ऑफ ऑक्सफोर्ड लगातार छठे वर्ष शीर्ष स्थान पर बनी रही.
इसे भी पढ़ें :शादी से पहले ही टूट गयी सिद्धार्थ शुक्ला – शहनाज गिल की जोड़ी, शहनाज की हालत खराब