
Ranchi: राजभवन के समक्ष किसान मजदूर पड़ाव शनिवार से शुरू हुआ. इस दौरान किसान, ट्रेड और जनसंगठनों की ओर से राजभवन के समक्ष तीन दिवसीय धरना दिया जायेगा. धरना कृषि बिल के विरोध में दिया जा रहा है.
राज्य में झारखंड राज्य किसान संघर्ष समन्वय समिति की ओर से इसका आयोजन किया गया. सीटू अध्यक्ष मिथलेश सिंह ने इस दौरान कहा कि किसान विरोधी कानून के खिलाफ देशव्यापी आंदोलन आन्दोलन जारी रहेगा. केंद्र सरकार किसानों को दबाना चाहती है.
कई बार वार्ता में बुलाकर भी सरकार किसानों की मांगों को पूरा नहीं करती, जबकि सरकार को पता है कि किसानों की मांग क्या है. इसके बाद भी केंद्र सरकार कानून वापस नहीं ले रही. उन्होंने कहा कि बड़े कॉरपोरेटों के लिये सरकार ने ये कानून बनाया है, जो सिर्फ किसानों को गुलाम बनायेगा.
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26 जनवरी को किसान परेड
अन्य वक्ताओं ने इस दौरान कहा कि राजभवन के समक्ष यह पड़ाव 25 जनवरी तक जारी रहेगा. वहीं केंद्र स्तर पर 26 जनवरी को परेड का आयोजन किया जायेगा, जिसमें किसान शामिल होंगे.
वक्ताओं ने कहा कि जब तक सरकार कानून वापस नहीं लेती, आंदोलन जारी रहेगा. इस दौरान लगभग तीन हजार लोग शामिल हुए, जिसमें मुख्य रूप से सीटू महासचिव प्रकाश विप्लव, सुरेश मुंडा, आदिवासी अधिकार मंच के महासचिव प्रफुल्ल लिंडा, आदिवासी मूलवासी अस्तित्व रक्षा मंच के दयामनी बारला, सिख फेडरेशन के ज्योति मथारू, आरपी सिंह, महेश मुंडा समेत अन्य लोग उपस्थित रहे.
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