
Koderma: तीन बाल मजदूर और एक बंधुआ मजदूर के लिए स्मरणीय बन गया. उपायुक्त रमेश घोलप की पहल से तीन बाल मजदूर और 1 बंधुआ मजदूर को मुक्त कराया गया.
इन बच्चों को सहायता राशि, एरियर के साथ-साथ स्कूल यूनिफॉम और पाठ्य सामग्री दिये. उपायुक्त ने बच्चों के अभिभावकों के साथ बातचीत कर उनके बेहतर भविष्य बनाने के लिए प्रोत्साहित किया.
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1 लाख 09 हजार की दिया गया सहायता राशि
उपायुक्त ने विमुक्त किये गये बंधुआ मजदूर को 20, हजार और तीन बाल मजदूरों के बीच 89 हजार 791 रुपये की सहायता राशि प्रदान किया. साथ ही उपायुक्त ने बच्चों के अभिभावकों से कहा कि इस राशि का उपयोग बच्चों के पढ़ाई में खर्च करें ताकि उनका भविष्य उज्जवल हो.
इन बच्चों को स्कूल यूनिफॉम, लंच बॉक्स, बैग, जूता के साथ- साथ पढ़ाई के लिए कई तरह के समान दिये गए. उन्होंने बच्चों से कहा कि स्कूल यूनिफॉम पहनकर स्कूल जाना और खूब मन लगाकर पढना. उपायुक्त ने शिक्षा विभाग को निर्देशित करते हुए कहा कि बच्चों का नामांकन स्कूल में करना सुनिश्चित करें.
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